कोयला मजदूरों को सुविधाहीन बनाने में तुली है सरकार व कोल इंडिया : राकोमसं
फुसरो: राकोमसं के सीसीएल रीजनल कमेटी के अध्यक्ष गिरिजाशंकर पांडेय एवं कार्यकारी अध्यक्ष श्यामल सरकार ने मंगलवार को करगली गेस्ट हाउस में प्रेस वार्ता में कहा कि कोल इंडिया व वर्तमान सरकार कामगारों को सुविधाविहीन बनाने पर तुली हुई है. 10वां वेतन समझौता को जेबीसीसीआइ के एपेक्स कमेटी बनाकर मामले को लटकाने की साजिश करना, […]
कोल कामगारों की दुर्दशा के खिलाफ छह नवंबर से कोल इंडिया में तीन दिवसीय हड़ताल की जायेगी. रीजनल कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष वरुण सिंह व अंजनी त्रिपाठी ने कहा कि नौ अक्तूबर को सभी कंपनी के मुख्यालयों में प्रदर्शन कर राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के बैनर तले मांग पत्र सौंपा जायेगा. इसमें बात नहीं बनी तो 16 से 20 अक्तूबर तक वर्क टू रुल आंदोलन किया जायेगा. इंदिरा गांधी के शहादत दिवस 31 अक्तूबर से तीन दिवसीय डिस्पैच ठप कर दिया जायेगा. सचिव शिवनंदन चौहान, राजेश्वर सिंह व परवेज अख्तर ने कहा कि सरकार अनुकंपा के आधार पर आश्रितों को दिये जाने वाली नौकरी सहित कई अन्य सुविधाओं में कटौती की रणनीति बना रही है. सरकार का मंसूबा कोल इंडिया का निजीकरण कर बड़े पूंजीपतियों के हाथों सौंपने की है. जिसे इंटक व राकोमसं कभी सफल नहीं होने देगा.