बोकारो-चास: श्रद्धा-विश्वास के साथ मना करवा चौथ का त्योहार, सुहागिनों ने पति की दीर्घायु को रखा करवा चौथ का व्रत

बोकारो: हाथों में पूजा की थाली… चांद छुपा बादल में… बोले चूड़ियां, बोले कंगना… बोकारो-चास में रविवार को श्रद्धा-विश्वास के साथ करवा चौथ का त्योहार मनाया. सुहागिनों ने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए दिन भर उपवास रखा. शाम में सोलह शृंगार किया. मंदिर-घर में पूजा-अर्चना की. चांद का दीदार किया. पति के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2017 11:48 AM

बोकारो: हाथों में पूजा की थाली… चांद छुपा बादल में… बोले चूड़ियां, बोले कंगना… बोकारो-चास में रविवार को श्रद्धा-विश्वास के साथ करवा चौथ का त्योहार मनाया. सुहागिनों ने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए दिन भर उपवास रखा. शाम में सोलह शृंगार किया. मंदिर-घर में पूजा-अर्चना की. चांद का दीदार किया. पति के हाथ पानी पीकर व्रत तोड़ा.

रविवार को सुहागिनों ने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ करवाचौथ पर्व मनाया. सुबह से घरों और मंदिरों में पूजा के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही. शाम में सुहागिनों ने सोलह शृंगार कर चौथ माता की कथा पढ़ी. पति की लंबी उम्र का वरदान मांगा. सुहागिनों में करवा चौथ को लेकर उत्साह रहा. महिलाओं ने समूह बनाकर करवाचौथ की
कथा पढ़ी.
श्रीराम मंदिर सेक्टर-1 पहुंची सुहागिनों ने बताया : परिवार व पति की सुख-समृद्धि की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा. शाम में सोलह शृंगार किया. सुहागिनों ने एक दूसरे को शृंगार सामग्री भी बांटी. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाने वाला करवा चौथ पति की लंबी आयु के लिए किया जाता है. इसमें सुहागिन पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती है. शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व पति के हाथों पानी पीकर व्रत तोड़ती है. ऐसी मान्यता है कि करवा चौथ पर महिलाओं को 16 शृंगार करना चाहिए. इससे घर में सुख व समृद्धि आती है. अखंड सौभाग्य का वरदान भी मिलता है. यही वजह है कि भारतीय संस्कृति में सोलह शृंगार को जीवन का अहम व अभिन्न अंग माना गया है.

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