”करो या मरो” का निर्णय लेंगे प्लॉट होल्डर्स
बोकारो: बोकारो व्यावसायिक प्लॉट होल्डर्स वेलफेयर एसोसिएशन की कार्यकारिणी की आपात बैठक 28 अक्तूबर को सिटी सेंटर सेक्टर-4 स्थित कार्यालय के सामने चेंबर चौक के प्रांगण में शाम चार बजे से होगी. इसमें प्लॉट लीज नवीनीकरण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि प्लॉट होल्डर्स के लिए बोकारो में […]
बोकारो: बोकारो व्यावसायिक प्लॉट होल्डर्स वेलफेयर एसोसिएशन की कार्यकारिणी की आपात बैठक 28 अक्तूबर को सिटी सेंटर सेक्टर-4 स्थित कार्यालय के सामने चेंबर चौक के प्रांगण में शाम चार बजे से होगी. इसमें प्लॉट लीज नवीनीकरण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि प्लॉट होल्डर्स के लिए बोकारो में निवेश करना अभिशाप बन गया है और पलायन की स्थिति बन गयी है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा का कहना है कि बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों के वेलफेयर के लिए सिटी के अंदर 33 साल के लीज पर 50-60 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर पर प्लॉट आवंटित किया था.
आज उसके नवीकरण के लिए प्रबंधन की ओर से 18-20 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर रुपया मांगा जा रहा है. दूसरी ओर पानी दिन में एक बार मिलता है. बिजली की समस्या भी गंभीर है. 28 की बैठक में प्लॉट होल्डर्स करो या मरो का निर्णय लेंगे. श्री विश्वकर्मा ने कहा कि दशकों पहले बोकारो स्टील की स्थापना 10 मिलियन टन उत्पादन करने वाली इस्पात कंपनी के रूप में हुई थी. लेकिन, आज पांच मिलियन टन का प्लांट भी नहीं बन पाया है. कॉलोनियां वीरान हैं. मजदूर 8000 ही रह गये हैं.
बोकारो स्टील प्लांट की हालत लगातार खराब हो रही है. अस्पताल के नाम पर मात्र एक बीजीएच है, जो नगर की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. 40,000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ, पर उद्देश्य पूर्ति नहीं हुई. मालूम हो कि सिटी सेंटर में लगभग पांच सौ प्लाॅट और पूरे शहर में 1142 प्लॉट बीएसएल प्रबंधन की ओर से आवंटित किये गये है.
इन बिंदुओं पर होगा विचार-विमर्श
- प्लॉटधारियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पर
- लीज नवीकरण
- अतिरिक्त तल्लों के निर्माण व सर्विस चार्ज के मद में अप्रत्याशित वृद्धि
- विलंब से निर्माण पर एक लाख रुपया आर्थिक दंड के संदर्भ में
- पानी, बिजली, सड़क आदि की दयनीय स्थिति