प्रशिक्षण: समाहरणालय के सभागार में आयोजन, विशेषज्ञों ने दिये टिप्स, पुलिस अधिकारियों को साइबर क्राइम रोकने का मिला प्रशिक्षण
बोकारो: बोकारो पुलिस लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध के मामलों का निस्तारण के लिए गंभीर है. पुलिस ऐसे मामलों को नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए जल्द से जल्द निस्तारण के पक्ष में है. इसी मुद्दे पर शनिवार को समाहरणालय के सभागार में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ. मौके पर साइबर कानून की पेचीदगियों […]
बोकारो: बोकारो पुलिस लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध के मामलों का निस्तारण के लिए गंभीर है. पुलिस ऐसे मामलों को नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए जल्द से जल्द निस्तारण के पक्ष में है. इसी मुद्दे पर शनिवार को समाहरणालय के सभागार में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ. मौके पर साइबर कानून की पेचीदगियों के साथ इसे सुलझाने के लिए आधुनिक तकनीक व रणनीति को लेकर दिल्ली स्थित ‘तथ्य’ के फोरेंसिक विंग के निदेशक संजय मिश्रा व अन्य विशेषज्ञों ने जानकारी दी. इसमें डिजिटल साक्ष्य के साथ साइबर सुरक्षा के बारे में भी बताया गया. मौके पर प्रशिक्षण ले रहे पुलिस अधिकारियों ने विशेषज्ञों से अपनी जिज्ञासा की.
साइबर सक्षम किया जा रहा पुलिस को : मौके पर मौजूद बोकारो एसपी वाइएस रमेश ने कहा : पिछले एक माह में पुलिस ने साइबर क्राइम के शिकार पांच लोगों को उनका पैसा वापस कराया गया है. उन्होंने कहा : जिला के साइबर बिजनेस, उद्योग व मौजूदा स्थितियों को देखते हुए साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जिला पुलिस प्रयासरत है. उन्होंने प्रशिक्षण को इसी सिलसिले एक पहल बताया.
मिले बारीकियों के टिप्स : प्रशिक्षण के दौरान साइबर विशेषज्ञ संजय मिश्रा ने पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध से जुड़ी तकनीकी जानकारियों से अवगत कराया. उन्होंने अनुसंधान की बारीकियों की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस प्रकार का प्रशिक्षण राज्य में सिर्फ बोकारो जिला के पुलिस पदाधिकारियों को ही दिया गया. प्रशिक्षण में बोकारो के सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार उपस्थित थे.
स्थानीय पुलिस को दक्ष बनाना होगा, साइबर सेल को सुदृढ़ करने की है आवश्यकता
विंग के निदेशक संजय मिश्रा ने बताया कि झारखंड पुलिस के पास रांची में साइबर सेल है. अन्य जिलों में भी टेक्निकल टीम के सहारे साइबर अपराध रोकने की कवायद की जा रही है. फिलहाल साइबर अपराध के नये-नये तरीके इजाद हो रहे हैं. इसमें स्थानीय पुलिस को दक्ष बनाना होगा. साइबर सेल को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है.