सीएम की कही अहम बातें
2018 में झारखंड का सांस्कृतिक केंद्र बिंदु बनेगा लुगूबुरु घंटाबाड़ी धर्मस्थल
14 साल तक दूसरी किसी सरकार ने इस संस्कृति व धरोहर पर नहीं दिया ध्यान
15 दिन के अंदर बड़े आर्किटेक्ट को भेज कर विकास का प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराया जायेगा
अध्यात्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल केरूप में विकसित करना सरकार का लक्ष्य
राज्य के खजाने में किसी भी दूसरी सरकार का पंजा लूटने के लिये नहीं पहुंचने दिया जायेगा
संवाददाता, बेरमो
आदिवासियों का इतिहास व संस्कृति मानव सभ्यता की विरासत है. आदिवासियों का इतिहास व धरोहर आदि काल से चला आ रहा है जो उनका अस्तित्व से जुड़ा है. इस आदिवासी समाज ने संस्कृति को संभाल कर रखा है. गरीबी व विषम परिस्थिति के बावजूद इस समाज ने आदिवासी संस्कृति को बचाकर रखने का काम किया है. लुगूबुरु घंटाबाड़ी जिसे हम भगवान शिव भी मानते हैं यहां स्वयं प्रकट हुए थे. जिस प्रकार भगवान शिव सृष्टी के रचियता है उसी तरह लुगू बाबा संथाली समाज के अराध्य देव हैं. ईश्वरीय देन से उत्पन्न होकर इन्होंने संथाल समाज की संस्कृति व सभ्यता को पूरी दुनिया से अवगत कराया. जिस प्रकार कार्तिक पूर्णिमा में हर हिंदू गंगा स्नान की तमन्ना रखता है उसी तरह आदिवासी समाज का सपना होता है कि अपने जीवन में एक बार लुगूबुरु घंटावाडी जरूर जाये. राज्य में 14 साल की सरकार में दूसरे किसी सरकार ने इस संस्कृति व धरोहर पर ध्यान नहीं दिया. लेकिन हमारी सरकार आनेवाले वर्ष में पूरी दुनिया में इसे तीर्थस्थल का स्थान देगी. आज से ही यहां विकास का शुभारंभ कर दिया गया है. 15 दिन के अंदर राज्य से एक बड़े आर्किटेक्ट को भेजकर जिला प्रशासन के सहयोग से इस स्थल के विकास का प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराया जायेगा. अध्यात्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना सरकार का लक्ष्य है. पर्यटन से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. लुगूबुडू जाने वाले स्थल तक सड़क, सिढ़ी व लाइट की व्यवस्था होगी. कहा कि यह सरकार आपकी है. सरकार का खजाना भी आपका है. यहां अगले साल से तीन-चार परिवार के लिए अलग-अलग टेंट की व्यवस्था होगी. 2018 में यह झारखंड का सांस्कृतिक केंद्र बिंदु बनेगा जहां हर तरह की सुविधा मयस्सर होगी. अगल-बगल के पहाड़ों पर सोलर लाइट लगेगी. शौचलाय व शेड भी बनाये जायेंगे. दो-तीन महीने के अंदर विकास की दिशा में शीर्ष रूप से काम शुरू होगा. हर हाल में इस स्थल को धाम का रूप देना है.
सीएम ने महाधर्म सम्मेलन को राजकीय महोत्सव की घोषणा
सीएम ने कहा कि आज से मैं इस महाधर्म सम्मेलन को राजकीय महोत्सव की घोषणा करता हूं. सीएम ने कहा कि सदियों से आदिवासियों ने अपनी संस्कृति को संभाल कर रखा है जिसे संवारने का काम हमारी सरकार करेगी. देवघर व हिजला मेला की तरह इसे भी विकसित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि संथाल समाज सीधा, सरल व गरीब होता है. आप अपने बच्चे को पेट काटकर भी निश्चित रूप से शिक्षित करे ताकि आनेवाली पीढ़ी गरीबी की जिंदगी नहीं जिये. झारखंड एक समृद्ध राज्य है जिसकी बराबरी कोई दूसरा राज्य नहीं कर सकता है. 14 साल पूर्व की सरकारों ने इस राज्य के खजाने को लूटने का काम किया है. लेकिन अब इस राज्य के खजाने में किसी भी दूसरी सरकार का पंजा नहीं पहुंचने दिया जायेगा. हमारी सरकार में तीन साल में एक रुपये गबन का भी दाग नहीं लगा. हमारा मकसद सत्ता का मेवा नहीं सत्ता से सेवा करना है.
एक हजार करोड़ की लागत से 15 नवंबर से गरीबी उन्नमुखीकरण योजना की होगी शुरुआत
तीन-चार साल के अंदर राज्य से गरीबी को हटाया जायेगा. इस समृद्ध राज्य के गोद में किसी भी सूरत में गरीबी पलने नहीं दी जायेगी. 15 नवंबर से गरीबी उन्नमुखीकरण योजना की शुरुआत होगी, जो एक हजार करोड़ की जोहार योजना होगी. आदिवासी समाज सहित अन्य समाज को चार-चार लाख रुपये व्यक्तिगत रूप से दिये जायेंगे. जिसमें एक लाख का मुर्गी शेड, तीन लाख चूजा के लिये दिये जायेंगे. चूजा से निकलने वाले अंडे को गांव के स्कूल में ही बेचा जायेगा. जिससे एक गरीब महिला महीने में चार हजार रुपये कमायेगी. साथ ही अंडा बच्चा खायेगा तो राज्य कुपोषणमुक्त होगा.
मधुमख्खी पालन के लिए भी सरकार पैसा देगी. मधु हमारी सरकार खरीदकर इसे ठंढे देश में निर्यात करेगी. इससे एक महिला महीने में सात हजार रुपये कमायेगी. इसी तरह महिलाओं के उत्थान केलिए सखी मंडल बनेगा. 32 हजार गांवों में दर्री व कंबल बनाने के लिए सरकार पैसा मुहैया करायेगी. बीपीएल धारी को रोजगार से जोड़कर उसकी गरीबी को समाप्त कराया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं गरीब परिवार से जुड़ा हुआ हूं, इसलिए गरीबों की वेदना समझता हूं. मेरा एकमात्र सपना है दुनिया के विकसित राष्ट्र से झारखंड प्रतिस्पर्धा करे ना कि गुजरात व महाराष्ट्र राज्य से. 2020 तक झारखंड में कोई भी गरीब बेघर नहीं रहेगा ओर ना ही कोई बगैर दवा के रहेगा. 15 नवंबर से 2 लाख का स्वास्थ्य बीमा शुरू होने जा रहा है जिसका प्रीमियम सरकार देगी. सीएम ने कहा कि विपक्ष को विकास पच नहीं रहा है इसलिए समय-समय पर राज्य की जनता को गुमराह करने का काम किया जाता है. 70 साल से लोगों को गुमराह कर विकास को अवरुद्ध किया गया है. समारोह की अध्यक्षता लुगूबुरु घंटाबाड़ी सरना समिति के अध्यक्ष बबली सोरेन, संचालन सुरेंद्र टुडू व धन्यवाद ज्ञापन बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटूल ने किया. इससे पूर्व सीएम के यहां पहुंचने पर संथाली समाज ने पारंपरिक गीत व नृत्य से उनका स्वागत किया. उन्हे संथाल पंची धौती पहानकर सम्मानित किया गया. मौके पर पर्यटन विभाग की आयुक्त वंदना डाडेल ने सीएम को कई फलदार वृक्ष सौंपे.
मंच पर ये थे मौजूद
मंच पर झारखंड सरकार के पर्यटन मंत्री अमर बाउरी, आयुक्त वंदना डाडेल, बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटूल, बोकारो विधायक विरंची नारायण, गोमिया विधायक योगेंद्र महतो, टीवीएनएल के एमडी रामावतार साहू, कोयलांचल डीआईजी प्रभात कुमार, पूर्व विधायक छत्रुराम महतो, बोकारो उपायुक्त राय महिमापत रे, एसपी वाइएस रमेश, बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन, डीएसपी सुभाषचंद्र जाट, जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष लक्ष्मण नायक, एसी जुगनू मिंज, लोजपा प्रदेश अध्यक्ष बबन गुप्ता, देवनारायण प्रजापति, गोमिया प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष मोहन महतो, गुणानंद महतो, मुखिया नजमा खातून, पूर्व मुखिया हेमलता किस्कू, गोमिया बीडीओ सुधीर प्रकाश, सीओ यशवंत नायक, सीडीपीओ अर्चना एक्का, इंस्पेक्टर राजेश कुजूर, पुजारी किशुन मुर्मू, रमेश हांसदा, सहित कई लोग उपस्थित थे.