जहर उगल रहे चापाकल!

बोकारो: प्रदूषण जमीन के ऊपर हो तो उसके बचाव के उपाय हो सकते हैं. अगर धरती के नीचे भी प्रदूषण फैल जाये तो क्या होगा. लोग बीमार पड़ेंगे और इलाज में लाखों खर्च होंगे. पैसे न हो तो मौत तक हो सकती है, और यही हो रहा है चंदनकियारी में. प्रखंड के कई इलाकों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

बोकारो: प्रदूषण जमीन के ऊपर हो तो उसके बचाव के उपाय हो सकते हैं. अगर धरती के नीचे भी प्रदूषण फैल जाये तो क्या होगा. लोग बीमार पड़ेंगे और इलाज में लाखों खर्च होंगे. पैसे न हो तो मौत तक हो सकती है, और यही हो रहा है चंदनकियारी में.

प्रखंड के कई इलाकों का भू-तल का जल प्रदूषित है. इसका खुलासा चंदनकियारी थाना के आस-पास की पानी के सैंपल की जांच के बाद हुआ है. यह पानी पीने लायक तो दूर, स्नान करने और बरतन धोने लायक तक नहीं है.

इसके परिणाम इतने खराब हैं कि डॉक्टरों को भी पता नहीं चल पाता है कि आखिर बीमारी क्या है. बीमारी का पता लगाते-लगाते मरीज के पीछे लाखों खर्च हो जा रहे हैं. प्रखंड में कई ऐसे सरकारी और प्राइवेट चापानल है जो जहर उगल रहे हैं. ग्रामीण इस बात से बेखबर उसका उपयोग कर रहे हैं.

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