दुगदा: चंद्रपुरा प्रखंड की दुगदा पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी, करमाटांड़, सिजुआ पंचायत को नगर पंचायत बनाने के विरोध में क्षेत्र के ग्रामीण गोलबंद होने लगे हैं. सोमवार को सिजुआ के पंचायत सचिवालय व दुगदा पूर्वी पंचायत के शिव मंदिर प्रांगण में बैठकों का आयोजन किया गया. मुखिया देवंती देवी की अध्यक्षता में सिजुआ के पंचायत सचिवालय में ग्रामीणों की बैठक में यह निर्णय हुआ.
दुगदा पूर्वी पंचायत के शिव मंदिर प्रांगण में पूर्व मुखिया गणेश दास की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने सभा की. सभा में सीटू के जिलाध्यक्ष बैजनाथ केवट ने कहा कि गांधी के ग्राम स्वरोजगार के तहत गांवों की सरकार की अवधारणा को रघुवर सरकार चकनाचूर कर रही है. दुगदा राजस्व ग्राम पूर्ण रूप से ग्रामीण क्षेत्र है. क्षेत्र की जनता कृषि एवं पशुपालन कर जीवन यापन करती है. नप बनने से ग्रामीण जनता कई प्रकार के टैक्स के दायरे में आ जायेगी. पूर्व मुखिया गणेश दास ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को नगर पंचायत में शामिल कर जनता पर अतिरिक्त कर लाद कर पंचायत से मिलने वाली सभी सुविधाओं से वंचित कर दिया जायेगा.
सिजुआ पंचायत में ग्रामीणों की बैठक में झामुमो के जिला उपाध्यक्ष राजकुमार महतो ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित करने के लिए गांवों को मिलाकर नगर पंचायत बनाने की तैयार कर रही है. झारखंड स्वतंत्रता सेनानी कार्तिक महतो, नारायण महतो, पूरन महतो ने कहा कि दुगदा नगर पंचायत में ग्रामीण इलाकों को शामिल किया गया तो क्षेत्र की जनता सड़कों पर उतर कर राज्य सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेगी. कहा 20 नवंबर को ग्रामीण चन्द्रपुरा प्रखंड कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना व मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को बीडीओ के माध्यम से ज्ञापन सौंपेंगे. मौके पर उपमुखिया विष्णुचरण महतो, सुभाष चंद्र महतो, ओम प्रकाश महतो, भोला चौहान, मनोज अग्रवाल, देवनारायण भुईयां, घनश्याम महतो, बैजनाथ कुम्हार, कालिपदो गोस्वामी, राजकिशोर मंडल, बिनोद रजक, पसस बसंती देवी, रामप्रवेश मुर्मू, आजसू पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार दास समेत दर्जनो ग्रामीण उपस्थित थे.