करोड़ों की चोरी में बबलू चौधरी के गिरोह पर शक

अनुसंधान. कई एंगल पर पुलिस कर रही जांच, बाहरी अपराधियों के साथ-साथ लोकल लिंक की भी तलाश बोकारो : एचएससीएल प्रशासनिक भवन स्थित एसबीआइ शाखा में लॉकर काट कर की गयी करोड़ों रुपये की संपत्ति चोरी के मामले में पुलिस अब बाहरी अपराधियों के साथ-साथ लोकल लिंक की तलाश में भी जुट गयी है. शक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2017 9:15 AM
अनुसंधान. कई एंगल पर पुलिस कर रही जांच, बाहरी अपराधियों के साथ-साथ लोकल लिंक की भी तलाश
बोकारो : एचएससीएल प्रशासनिक भवन स्थित एसबीआइ शाखा में लॉकर काट कर की गयी करोड़ों रुपये की संपत्ति चोरी के मामले में पुलिस अब बाहरी अपराधियों के साथ-साथ लोकल लिंक की तलाश में भी जुट गयी है.
शक की सूई बोकारो के बबलू चौधरी के गिरोह पर भी है. सेक्टर 12 निवासी कुख्यात अपराधी बबलू चौधरी उर्फ रोशन प्रताप चौधरी पुलिस को चकमा देकर दो बार न्यायिक हिरासत से भाग चुका है. पुलिस को जानकारी मिली है कि बबलू चौधरी विगत एक माह से बोकारो में ही रह रहा था. बबलू वर्ष 2008 में कैंप दो स्थित कोर्ट हाजत की दीवार में सेंधमारी कर फरार हुआ था. इसके बाद उसके गिरोह ने ओडिशा के संबलपुर में एक बड़े डायमंड शॉप में डकैती की थी. इस मामले में भी पुलिस ने बबलू चौधरी को गिरफ्तार किया, लेकिन वह फिर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बबलू चौधरी का गैंग इस तरह की घटना को अंजाम देने में माहिर है. वर्ष 2005 से 2008 तक इस गिरोह ने बोकारो में कई जगह विभिन्न एटीएम में पैसा डालने के दौरान कैश लूटने की घटनाओं को अंजाम दिया था.
इसी मामले में पुलिस ने बबलू को बहुत मुश्किल से गिरफ्तार किया था, लेकिन वह कोर्ट हाजत की दीवाल में सेंधमारी कर फरार हो गया था. बबलू के बारे में सबसे खास बात यह है कि वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता है.
सीसीटीवी कैमरा लगाने वाले से भी हो रही है पूछताछ : पुलिस के वरीय अधिकारियों का मानना है कि लोकल लिंक की मदद के बिना इस घटना को अंजाम देना संभव नहीं है. इस घटना में खास बात यह है कि अपराधियों को बैंक के सभी गुप्त स्थानों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी थी.
अपराधियों ने बैंक का कोना-कोना छान मारा है. बैंक अधिकारी व सीसीटीवी फुटेज लगाने वाले तकनीकी विशेषज्ञ के अलावा किसी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि सीसीटीवी का डीवीआर सिस्टम कहां लगा हुआ है. लेकिन अपराधियों को इस बात की पूरी जानकारी थी. क्योंकि, बैंक के बाथरूम में छुपा कर लगाया गया सीसीटीवी का एक मुख्य डीवीआर सिस्टम भी अपराधी काट कर अपने साथ ले गये, ताकि कोई सुराग पुलिस को नहीं मिले. पुलिस बैंक में सीसीटीवी कैमरा लगाने वाले तकनीकी विशेषज्ञ से भी पूछताछ कर रही है.
पहुंचे बोसा अध्यक्ष : बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एके सिंह गुरुवार को बैंक शाखा पहुंचे. अधिकारियों से मिल कर मामले की जल्द सुनवाई करने की बात कही. इस दौरान उन्होंने लॉकर रूम में जाकर सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया.

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