सेल अधिकारियों की लड़ाई अब मेरी लड़ाई है

बोकारो : सेल अब सफेद हाथी नहीं रहा. नुकसान से उबर कर फायदे की रेस में सेल दौड़ लगाने लगा है. 84 करोड़ का फायदा हुआ है. चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम तिमाही में यह फायदा और बढ़ेगा. इसका फायदा अधिकारी व कर्मी को मिलेगा. यह बात सेल के स्वतंत्र प्रभार निदेशक समर सिंह ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2018 5:56 AM

बोकारो : सेल अब सफेद हाथी नहीं रहा. नुकसान से उबर कर फायदे की रेस में सेल दौड़ लगाने लगा है. 84 करोड़ का फायदा हुआ है. चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम तिमाही में यह फायदा और बढ़ेगा. इसका फायदा अधिकारी व कर्मी को मिलेगा. यह बात सेल के स्वतंत्र प्रभार निदेशक समर सिंह ने कही. सोमवार को श्री सिंह बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन की बैठक में शामिल हुए. कहा : घाटा से उबरने के बाद अधिकारियों की सभी मांग को पूरा करने की दिशा में पहल होगी. अधिकारियों की लड़ाई अब मेरी निजी लड़ाई है.

श्री सिंह ने कहा : उत्पादन मशीन से होता है, लेकिन मशीन मानव संचालित करते हैं. ऐसे में मानव संसाधन को उत्साहित रखना बहुत जरूरी है. इससे पहले एसोसिएशन ने अधिकारियों की समस्या से श्री सिंह को अवगत कराया. एसोसिएशन के अध्यक्ष एके सिंह ने कहा : मैन पावर की कमी के बाद भी बोकारो इस्पात संयंत्र से सेल को सबसे ज्यादा मुनाफा दिया है. अंतिम तिमाही में फायदा 500 करोड़ तक होगा. बावजूद इसके अधिकारियों के वेज रिविजन में एफॉर्डिबिलिटी क्लाउज लगा दिया गया है.
इससे अधिकारियों पर मनौवैज्ञानिक दबाव पड़ रहा है. अधिकारियों को इससे उबारने की जरूरत है. मौके पर एसोसिएशन महासचिव मनोज कुमार, रविभूषण, राजेश कुमार, सियाज अहमद, बी सिंह, यूके कुंभकर, एके देव, पंकज लाटा, सुमित चौधरी, निधि, मनेंद्र कुमार समेत कई मौजूद थे. इससे पहले समर सिंह सेक्टर तीन स्थित बीएमएस कार्यालय में प्रेस से बात की. कहा : पूर्व सरकार की नीतियों के कारण सेल नुकसान में चल रहा था. वर्तमान सरकार की नीतियों के कारण सेल फायदा में आ गया है. मजदूरों को इसका लाभ मिलेगा. मैन पावर की कमी को दूर करने के लिए वैकेंसी भी आ रही है. बीएमएस बोकारो के महामंत्री कृष्णा राय समेत कई मौजूद थे.

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