484 बीएसएल कर्मियों को दीर्घकालीन सेवा सम्मान

85 अधिशासी व 399 अनधिशासी हैं इसमें शामिल बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट में 25 सालों की सेवा दे चुके 484 इस्पातकर्मियों को बुधवार को आयोजित दीर्घकालीन सेवा पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया़ 85 अधिशासी और 399 अनधिशासियों को दीर्घकालिक सेवा प्रमाण पत्र व उपहार अतिथियों ने दिया. बीएसएल के सीइओ पवन कुमार सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2018 6:20 AM

85 अधिशासी व 399 अनधिशासी हैं इसमें शामिल

बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट में 25 सालों की सेवा दे चुके 484 इस्पातकर्मियों को बुधवार को आयोजित दीर्घकालीन सेवा पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया़
85 अधिशासी और 399 अनधिशासियों को दीर्घकालिक सेवा प्रमाण पत्र व उपहार अतिथियों ने दिया. बीएसएल के सीइओ पवन कुमार सिंह ने अनुभवी कर्मियों की महत्ता का उल्लेख करते हुए उनके योगदान की सराहना की़ मानव संसाधन विकास के प्रेक्षागृह में आयोजित इस समारोह में महाप्रबंधक (कार्मिक) पीआर बालासुब्रमणियम,
निदेशक प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एके सिंह, अधिशासी निदेशक (सामग्री प्रबंधन) एचपी सिंह, अधिशासी निदेशक (संकार्य) एसके सिंह, अधिशासी निदेशक (वित्त एवं लेखा) आर कृष्णस्वामी, अधिशासी निदेशक (परियोजनाएं) आरसी श्रीवास्तव, महाप्रबंधक प्रभारी (कार्मिक एवं प्रशासन) एसके अग्रवाल, महाप्रबंधकगण, अन्य वरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
हिंदी के प्रयोग पर विशेष ध्यान देने का आह्वान
नगर सेवाएं विभाग के सिविल अनुरक्षण अनुभाग की ओर से सेक्टर-3 पानी टंकी के निकट हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया़ महाप्रबंधक (एचआरडी) आरवी सिंह एवं महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) आर मुनिराजू बतौर विशिष्ठ अतिथि उपस्थित रहे़ उनके साथ उप महाप्रबंधक (सिविल अनुरक्षण) एस बंडी, उप महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) केएस राव, सहायक प्रबंधक सह विभागीय हिन्दी अधिकारी केके सिंह, राजभाषा विभाग के प्रतिनिधि सहायक प्रबंधक सचिन्द्र कुमार बरियार समेत नगर सेवाएं विभाग के अन्य वरीय अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे. केके सिंह ने विभागीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया़
विशिष्ठ अतिथियों ने राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार को गति देने के लिए सरल-सुबोध हिंदी व दैनिक कायों में हिंदी के प्रयोग पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया. श्री बरियार ने प्रतिभागियों को भारत सरकार की राजभाषा नीति, वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों व यूनिकोड प्रणाली के उपयोग की अनिवार्यता की जानकारी दी़ हिंदी ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया और इसके विजेताओं को पुरस्कृत किया गया़ कार्यशाला के दौरान स्थानीय कवि और कवियत्रियों ने कविता पाठ भी किया. धन्यवाद ज्ञापन केके सिंह ने किया.

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