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अस्पताल में नवजात की मौत, हंगामा

घटना के बाद कंपाउंडर व नर्स हुए फरार भर्ती मरीज भी दूसरे अस्पताल चले गये प्रबंधक ने 30 हजार रुपये मुआवजा देकर मामला सलटाया चास : चास बाइपास रोड के चेकपोस्ट स्थित सिटी केयर अस्पताल में एक नवजात की 15 मार्च की देर शाम में इलाज के दौरान मौत हो गयी. इससे आक्राेशित परिजनों ने […]

घटना के बाद कंपाउंडर व नर्स हुए फरार

भर्ती मरीज भी दूसरे अस्पताल चले गये
प्रबंधक ने 30 हजार रुपये मुआवजा देकर मामला सलटाया
चास : चास बाइपास रोड के चेकपोस्ट स्थित सिटी केयर अस्पताल में एक नवजात की 15 मार्च की देर शाम में इलाज के दौरान मौत हो गयी. इससे आक्राेशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. कोई डाॅक्टर व जिम्मेवार प्रबंधक नहीं होने की वजह से वे कंपाउंडर व नर्स से उलझ पड़े.
परिजन डाॅक्टर को बुलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन हंगामा बढ़ता देख कंपाउडर व नर्स मौके से फरार हो गये. सूचना मिलने पर चास पुलिस पहुंची. परिजनों को किसी तरह शांत कराया. दर्जनों की संख्या में पहुंचे परिजन रात भर अस्पताल परिसर में ही जमे रहे. दूसरे दिन शुक्रवार को लगभग 20 घंटे के बाद अस्पताल प्रबंधक की ओर से एक व्यक्ति ने वार्ता किया.
परिजनों ने मुआवजा की मांग की. अस्पताल प्रबंधन ने 30 हजार रुपये मुआवजा दिया. इसके बाद वह नवजात का शव लेकर घर चले गये. कंपाउंडर व नर्स के गायब होने के बाद भर्ती तीन अन्य मरीज को भी उनके परिजन दूसरे अस्पताल लेकर चले गये.
क्या है मामला
चास प्रखंड क्षेत्र के चाकुलिया गांव कुरमीडीह टोला निवासी आकाश रजवार ने अपनी गर्भवती पत्नी सरिता देवी को चास पुराना बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में 12 मार्च की शाम में भर्ती कराया था. रात 12.15 बजे सरिता ने एक शिशु (लड़का) को जन्म दिया. डॉक्टर ने शिशु के सांस लेने में दिक्कत होने की बात कही व बेहतर इलाज के लिये अन्य अस्पताल ले जाने को कहा. परिजनों ने शिशु के जन्म लेने के तीन घंटे बाद ही चेकपोस्ट स्थित सिटी केयर अस्पताल में भर्ती कराया.
अस्पताल की ओर से डॉ. पंकज भूषण की देखरेख में इलाज करने की बात परिजनों को कही गयी. तीन दिन के इलाज के बाद शिशु की मौत हो गयी.
डॉक्टर हैं छुट्टी पर, फिर भी मरीज को कर लिया भर्ती
आकाश ने बताया कि डाॅक्टर के नहीं रहने के बावजूद नवजात को अस्पताल में भर्ती ले लिया गया. अस्पताल में आकस्मिक सेवा (एनआइसीयू) भी उपलब्ध नहीं है. सही इलाज नहीं होने के कारण पुत्र की मौत हो गयी. जब से बच्चे को भर्ती किया तब से डॉ. भूषण अस्पताल आये नहीं. शिशु का इलाज कंपाउडंर व नर्स ने किया. कंपाउडंर से डाॅक्टर के बारे में पूछने पर बताया कि वह छुट्टी में है. आकाश ने कहा कि जमीन बेचकर 11 हजार रुपये जमा किये थे. अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ केस नहीं लड़ सकते हैं. इसलिए मामला दर्ज नहीं कराया.

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