लो वोल्टेज से शहरवासी परेशान
शिकायत के चार महीने बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई बाइपास फीडर से बिजली देने की मांग चास : चास नगर निगम क्षेत्र के दर्जनों मुहल्लों को विद्युत आपूर्ति करने के लिये बाइपास फीडर से जोड़ा गया था, लेकिन पिछले चार महीने से लोगों को सतनपुर फीडर से बिजली आपूर्ति की जा रही है. इस […]
शिकायत के चार महीने बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
बाइपास फीडर से बिजली देने की मांग
चास : चास नगर निगम क्षेत्र के दर्जनों मुहल्लों को विद्युत आपूर्ति करने के लिये बाइपास फीडर से जोड़ा गया था, लेकिन पिछले चार महीने से लोगों को सतनपुर फीडर से बिजली आपूर्ति की जा रही है. इस कारण शहरी उपभोक्ताओं को जरूरत के हिसाब से सही वोल्टेज नहीं मिल रहा है. दरअसल सतनपुर फीडर से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की जाती है. इसी फीडर से चास नगर निगम क्षेत्र के तेलीडीह बस्ती, तेलीडीह साइड, कुशवाहा नगर, महतो नगर, तेलीडीह टांड़, कांकवाटांड़, खेदाडीह, बांधगोड़ा साइड, शिक्षक कॉलोनी सहित अन्य मुहल्लों को विद्युत आपूर्ति की जा रही है. ये कॉलोनी वार्ड नंबर 24, 25, 29 व 30 में शामिल हैं.
लोगों ने कहा कि अनियमित बिजली आपूर्ति व लो वोल्टेज से हम परेशान हैं. बताया कि पिछले वर्ष नवंबर माह में ही लिखित रूप से आवेदन देकर फीडर बदलने की शिकायत दर्ज करायी गयी थी. उस समय अधिकारियों ने शीघ्र फीडर बदलने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ना डीप बोरिंग चलती है न कोई उपक्रम : शहरी क्षेत्रों में बिजली की खपत अधिक है. विशेषकर लोग पानी के लिये अपने-अपने घरों में डीप बोरिंग रखे हुये हैं. पंखा के अलावा एसी, फ्रीज सहित अन्य प्रकार के उपक्रम प्रयोग करते हैं. लेकिन सतनपुर फीडर से बिजली उपलब्ध होने के कारण इसका उपयोग सही से नहीं हो रहा हैं. क्योंकि इससे 100 वाट से भी कम वोल्टेज मिलता है. इससे ना तो डीप बोरिंग का मोटर चल पाता है और ना कोई उपक्रम. संपन्न वर्ग तो जेनरेटर का प्रयोग करते हैं, लेकिन मध्यम वर्ग के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कम वोल्टेज के कारण सार्वजनिक डीप बोरिंग भी नहीं चल पाता है. इससे सैकड़ों लोगों को पानी के लिये भटकना पड़ता है.
सिर्फ मिल रहा आश्वासन
इस संबंध में फिलहाल जानकारी नहीं है. जांच की जायेगी. अभी बिजली के तार व पोल लगाने का काम चल रहा हैं. ग्रामीण हो या शहरी सभी को नियमित विद्युत आपूर्ति की जायेगी व सभी समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जायेगा.
प्रतोष कुमार, अधीक्षण अभियंता, चास सर्किल