युवाओं ने खुद ही तैयार किया जिमखाना

बोकारो: शहर से सटी माराफारी का कशियाटांड़ विस्थापन की भेंट चढ़ गया. कई लोग इसका नाम भी भूल गये हैं. लेकिन अब यही धरती युवाओं की सफलता की नयी इबारत लिख रहा है. 20 वर्षों से क्षेत्र के युवा इस कशियाटांड़ में सुबह उठ कर दौड़ने और अभ्यास करने के लिए जमा होते हैं. अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2014 8:59 AM

बोकारो: शहर से सटी माराफारी का कशियाटांड़ विस्थापन की भेंट चढ़ गया. कई लोग इसका नाम भी भूल गये हैं. लेकिन अब यही धरती युवाओं की सफलता की नयी इबारत लिख रहा है. 20 वर्षों से क्षेत्र के युवा इस कशियाटांड़ में सुबह उठ कर दौड़ने और अभ्यास करने के लिए जमा होते हैं.

अब तक इस मैदान में अभ्यास करने वाले करीब एक सौ से अधिक युवा देश के विभिन्न सैन्य सेवाओं में योगदान दे चुके है. स्थानीय युवाओं के बीच एक धारणा सी बन गयी है कि जो भी कशियाटांड़ मैदान में आकर सैन्य बहाली के लिए अभ्यास करता है, उसे सफलता जरूर मिलती है. करीब दो एकड़ में फैले इस मैदान में युवाओं ने अपने खर्च से अपना जिमखाना भी तैयार कर लिया है.

पेड़ों में पाइप लगा कर तैयार किया जिमखाना : पेड़ों के बीच दौड़ने के लिए युवाओं ने जगह तैयार की है. पेड़ों में लोहे की पाइप लगा कर युवकों ने अपना जिमखाना भी तैयार कर लिया है. साथ ही इस मैदान में युवक फुटबॉल व क्रिकेट भी खेलते हैं. यह मैदान सालों भर सुबह-सुबह युवाओं से जगर मगर रहता है. इस मैदान में क्षेत्र का हर युवा एक सपना लेकर आता है. जी-तोड़ अभ्यास करता है. मैदान में भगवान महावीर व शिव का एक छोटा-सा मंदिर भी है, जिसमें अभ्यास करने आये युवा प्रार्थना करते हैं, मन्नत मांगते हैं.

प्रतिदिन सुबह पांच से आठ तक प्रैक्टिस : रोजना सुबह झोपड़ी कॉलोनी, आजाद नगर, जोशी कॉलोनी, बासगोड़ा, रितुडीह, सोनाटांड़, मखदुमपुर, डुमरो, सिवनडीह, एलएच, कैंप वन, कर्नल मार्केट समेत अन्य जगहों के युवा धरती को प्रणाम कर अभ्यास में लग जाते है. ये सुबह करीब पांच बजे से लेकर आठ बजे तक यहां अभ्यास करते हैं.

कितना मिला रोजगार : मैदान में दौड़ने वाले 15 युवाओं को बीएसएफ, 30 युवाओं को आर्मी, 20 युवाओं को एयर फोर्स, 10 को आरपीएफ, 20 युवाओं को सीआरपीएफ, 20 युवाओं को नेवी, 10 युवाओं को एसएससी व रैलवे में 15 युवाओं को नौकरी मिल गयी है. इसके अलावा दर्जनों युवा होम गार्ड में बहाल हुए हैं.

बरसात में होती है परेशानी : बारिश के दिनों में काफी परेशानी होती है. प्रैक्टिस के दौरान अचानक बारिश शुरू हो गयी तो बचने के लिए एक शेड भी नहीं है. यहां पर क्षेत्र के सांसद-विधायक सहित अन्य नेताओं की सभा होती रहती है. मैदान में प्रैक्टिस करने वाले युवाओं की डिमांड है कि अगर मैदान को सही तरीके से विकसित किया जाये तो यह युवाओं के स्वप्न को साकार करने का ठिकाना हो जायेगा.

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