एसबीआइ लॉकरों से हुई करोड़ों के गहनों की चोरी मामला, बरामद गहनों को पहचानने पहुंचे 26 लोग

बोकारो : एसबीआइ एडीएम भवन शाखा के लॉकरों से हुई करोड़ों की चोरी मामले में बरामद गहनों की पहचान परेड मंगलवार को सेक्टर एक स्थित सिटी थाना में हुई. लॉकर कैबिनेट एक और दो के 56 लॉकरों के लिए हुई इस पहचान परेड में 26 लोग शामिल हुए. इससे पहले रविवार (13 मई) को भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 6:44 AM
बोकारो : एसबीआइ एडीएम भवन शाखा के लॉकरों से हुई करोड़ों की चोरी मामले में बरामद गहनों की पहचान परेड मंगलवार को सेक्टर एक स्थित सिटी थाना में हुई. लॉकर कैबिनेट एक और दो के 56 लॉकरों के लिए हुई इस पहचान परेड में 26 लोग शामिल हुए. इससे पहले रविवार (13 मई) को भी पहचान परेड हुई थी. इसमें 22 ग्राहक शामिल हुए थे.
पहचान परेड के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम था. परेड स्थल पर आने-जाने वालों पर बराबर नजर रखी जा रही थी. अतिरिक्त लोगों को दूसरे कमरे में बैठाया जा रहा था. लॉकर संख्या के हिसाब से ग्राहकों को बुलाया जा रहा था. लोगों को अपने साथ किसी प्रकार का बैग आदि लाने की मनाही थी. यदि कोई गलती से बैग लेकर प्रवेश कर रहा था, तो फौरन उसे बाहर कर दिया जा रहा था.
लोगों में दिखी संशय की स्थिति : पहचान परेड में शामिल लोगों के बीच संशय की स्थिति भी देखी गयी. ग्राहकों की माने तो लॉकर में मुख्य रूप से पुराने जेवर रखे जाते हैं. ऐसे में यदि एक ही गहना पर दो अलग-अलग लोग दावा कर दें, तो पहचान कैसे होगी. कोर्ट किस आधार पर गहना सौंपेगा.
ऐसा इसलिए क्योंकि पुराने जमाने के गहनों की डिजायन में ज्यादा अंतर नहीं होती थी. लॉकर धारक सगे-संबंधी के साथ पहचान परेड में शामिल हो रहे थे. जिसकी भी बारी आती वह इत्मीनान से गहना देखता. पहचान करने में कोई गलती नहीं हो, इसलिए मेग्निफािइंग लेंस का भी सहारा लिया जा रहा था.
कई ने फोटो से किया मिलान : लॉकर में प्राय: कम इस्तेमाल होने वाले जेवर ही रखे जाते हैं. इसके कारण पूर्ण रूप से गहना की डिजायन भी याद रख पाना जरा मुश्किल होता है. इसलिए कई ग्राहक साथ में पुराने गहना की तस्वीर और कागजात लेकर आये थे. एक-एक बॉक्स को अच्छी तरह से देखने के बाद ही आगे बढ़ रहे थे. ग्राहक पहचान में आधा घंटा से अधिक का समय दे रहे थे.

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