चिलचिलाती धूप पर बादल का पहरा, गिरा तापमान

बोकारो : रविवार का रवि (सूरज) सुबह से ही आग उगलने लगा था. धूप ऐसी मानों एक पल में पूरा शरीर झुलस जाये. सुबह से बदलती दोपहर की टकटकी तपिश को बढ़ा रही थी. दोपहर तक सूर्य पूरा ऊर्जावान दिखने लगा. तापमान ऐसा कि पसीना भाप बनकर उड़ने लगा. दोपहर तक मौसम की मार ऐसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2018 7:50 AM
बोकारो : रविवार का रवि (सूरज) सुबह से ही आग उगलने लगा था. धूप ऐसी मानों एक पल में पूरा शरीर झुलस जाये. सुबह से बदलती दोपहर की टकटकी तपिश को बढ़ा रही थी. दोपहर तक सूर्य पूरा ऊर्जावान दिखने लगा. तापमान ऐसा कि पसीना भाप बनकर उड़ने लगा. दोपहर तक मौसम की मार ऐसा कि पंखा-कूलर सब फेल होने लगे. लेकिन, देर दोपहर में मौसम करवट बदलना शुरू किया.
बादलों का जमावड़ा गर्मी से निजात का इशारा करने लगा. तीन बजे तक आसमान पर बादलों का कब्जा हो गया. शाम 04:05 बजे बुंदाबांदी शुरू हो गयी.गर्जना के साथ हुई बारिश : बादलों की अंगड़ाई के साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली. लेकिन, हर किसी के मन में ख्याल था कि बारिश की बूंद सिर्फ उमस देकर नहीं चली जाये. हर कोई झमाझम बारिश की उम्मीद कर रहा था.
बादलों ने लोगों के उम्मीद पर पानी नहीं फेरा. झमाझम बारिश हुई. बादलों की गर्जना गर्मी से राहत देने का एलान कर रही थी. बादल गरजा भी, बरसा भी. हवा की घुमक्कड़ी में झूमते पेड़ की टहनियां, मानों खुशी का इजहार कर रही थी. मौसम में आये बदलाव से लोगों ने राहत की सांस ली. तापमान में 03-04 डिग्री की गिरावट देखी गयी.
अब ढेर दिन के गरमी नइखे…: बारिश के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. हवा में शीतलता आ चुकी थी. अचानक आयी बारिश से बचने के लिए लोग जहां-तहां छिप रहे थे. सेक्टर 04 स्थित अस्थायी लिट्टी-चोखा के दुकान में लोग छिपे थे. संचालक ने कहा : अब ढेर दिन के गरमी नईखे, कुछ दिन के बाद बादर गिरे लागी. वहीं कुछ लोगों ने कहा : ये बारिश तबीयत खराब करने वाली है. बारिश में भींगने से सर्दी-खांसी होना तय है. 10 मिनट के बाद बारिश थम गयी, लेकिन बादलों ने डेरा बनाये रखा. हालांकि मौसम बदलाव ने लोगों को फौरी राहत जरूर दी.

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