सऊदी अरब में फंसे हैं झारखंड के 41 मजदूर
दो वर्ष पूर्व ट्रांसमिशन लाइन में काम करने गये रियाद गये थे अक्तूबर 2017 के बाद कंपनी ने नहीं दी मजदूरी गोिमया के भी हैं कई मजदूर बगोदर : ट्रांसमिशन लाइन में काम करने सऊदी अरब के रियाद गये झारखंड के 41 मजदूर फंस गये हैं. इनमें 23 मजदूर बगोदर के हैं. सभी गिरिडीह जिला […]
दो वर्ष पूर्व ट्रांसमिशन लाइन में काम करने गये रियाद गये थे
अक्तूबर 2017 के बाद कंपनी ने नहीं दी मजदूरी
गोिमया के भी हैं कई मजदूर
बगोदर : ट्रांसमिशन लाइन में काम करने सऊदी अरब के रियाद गये झारखंड के 41 मजदूर फंस गये हैं. इनमें 23 मजदूर बगोदर के हैं. सभी गिरिडीह जिला के बगोदर व पीरटांड़, हजारीबाग जिला के विष्णुगढ़ और बोकारो जिला के गोमिया के रहनेवाले हैं. सभी वर्ष 2016 में रियाद गये थे. शुक्रवार को फंसे मजदूरों ने सोशल मीडिया में वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी है. शेयर किये गये वीडियो व कागजात के अनुसार रियाद पहुंचने पर अरबियन टीम्स कांट्रेक्टिंग इस्टेब्लिशमेंट कंपनी ने 2017 के अक्तूबर तक नियमित मजदूरी दी गयी. अक्तूबर के बाद से भुगतान नहीं किया गया है.
एक कमरे में हैं, मिल रहा एक समय का खाना : वीडियो में मजदूरों ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा है कि वे अभी एक ही कमरे में गुजारा रहे हैं. यहां खाने को एक ही समय मिलता है. मजदूरों ने सोशल मीडिया के जरिये केंद्र सरकार से रिहाई की दिशा में पहल करने की गुहार की है. कहा कि उनके पास सिर्फ वापसी का ही विकल्प बचा है.
सऊदी अरब में
20-25 हजार मासिक का था करार : प्रवासी भारतीयों के लिए काम करनेवाले सिकंदर अली ने बताया कि ये मजदूर 20-25 हजार रु प्रतिमाह की मजदूरी के करार पर विदेश गये थे. बताया कि मजदूरों की जानकारी के आधार पर विदेश मंत्रालय से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है. बताया कि इससे पहले भी इसी कंपनी में काम करने गये मजदूर की मौत हो गयी थी. मृतक का शव कई माह बाद वापस वतन लौटा था. अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.