मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के लाभुकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश

समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा बैठक बोकारो : डीसी मृत्युंजय कुमार वरनवाल ने शनिवार को समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की. डीसी ने कहा : मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अधिक से अधिक लाभुकों को आच्छादित करना सभी महिला पर्यवेक्षक सुनिश्चित करें. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2018-19 में अबतक मात्र 46 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2018 4:51 AM

समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा बैठक

बोकारो : डीसी मृत्युंजय कुमार वरनवाल ने शनिवार को समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की. डीसी ने कहा : मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अधिक से अधिक लाभुकों को आच्छादित करना सभी महिला पर्यवेक्षक सुनिश्चित करें. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2018-19 में अबतक मात्र 46 लाभुक को चिह्नित करने पर नाराजगी जाहिर की. कहा : संख्या बढ़ायें अन्यथा कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने डीडीसी को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के 46 लाभुकों की सूची जिला समाज कल्याण विभाग से लेकर जिला स्तरीय पदाधिकारियों से जांच कराते हुए एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को कहा. उन्होंने मातृत्व वंदना योजना के लाभुकों को भी बढ़ाने का निर्देश दिया. रिपोर्ट के अनुसार अबतक मात्र 11,263 महिलाएं ही इस योजना का लाभ ले रहीं है.
उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना के लाभुकों की संख्या भी बढ़ाते हुए योजनाओं की विशेषताओं का प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने रिक्त पड़े सेविका-सहायिका के पदों को भी जल्द भरने का निर्देश सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दिया. गौरतलब है कि बोकारो में 14 सेविका व 11 सहायिका के पद रिक्त है. उन्होंने महिला पर्यवेक्षिकाओं को कुपोषण उपचार केंद्र में कुपोषित बच्चों को भेजने का भी निर्देश दिया. बैठक में डीडीसी रवि रंजन मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डाॅ सुमन गुप्ता सहित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व महिला पर्यवेक्षिका आदि उपस्थित थे.
दो किमी पैदल चल एसडीओ व एसडीपीओ पहुंचे डुमरी बिरहोरटंडा, समस्याएं सुनीं
युवकों को रोजगार से जोड़ा जायेगा : एसडीओ
बिरहोर परिवारों की समस्या सुनने के बाद एसडीओ प्रेमरंजन ने ग्रामीणों से कहा कि डुमरी बिरहोरटंडा में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण किया गया है. ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल और आंगनबाड़ी भेजें. घर-घर में पाइप लाइन से पानी की सुविधा दी गयी है. बरसात के दिनों में पानी उबाल कर पीयें. उन्होंने कहा कि गांव के दोनों छोर पर दो चापाकल लगाया जायेगा. गांव के पढ़े लिखे युवकों को रोजागरोन्मुखी शिक्षा देकर रोजगार से जोड़ने का काम किया जायेगा.
जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी : एसडीपीओ
बेरमो एसडीपीओ सुभाष चंद्र जाट ने ग्रामीणों से कहा कि अपने घर के आसपास साफ सुथरा रखें और गर्म भोजन करें. कभी भी बासी खाना न खायें. किसी के बहकावे में न आयें. पाइप लाइन का स्वच्छ पानी ही पीयें. पाइप लाइन से पानी फिल्टर होकर आता है. फिलहाल बरसात में पानी को उबालकर पीयें. नाला के पानी का कभी उपयोग नहीं करें. ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस गांव में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी.
डायरिया नियंत्रण में, चार-पांच ग्रामीण अब भी अस्पताल में
डुमरी बिरहोरटंडा में डायरिया फिलहाल नियंत्रण में है. चार-पांच ग्रामीणों का इलाज गोमिया राजकीय अस्पताल में चल रहा है. ज्ञात हो कि इस गांव की बिरहोर महिला सावित्री बिरहोर और सावना बिरहोर का डायरिया से मौत हो गयी थी.
डुमरी बिरहोरटंडा में
कई समस्याएं
डुमरी बिरहोरटंडा में कुल 26 बिरहोर परिवार रहते हैं. यहां के ग्रामीण दो किमी उबड़-खाबड़ रास्ते होकर डुमरी विहार स्टेशन होकर आवागमन करते हैं. सहायिका लुबिया बिराहोरानी ने बताया कि अधिकतर बिरहोर परिवार प्लास्टिक का रस्सी बना कर आजीविका चलाते हैं. रस्सी बना कर उसे गोमिया के बाजार में ले जाकर बेचते हैं. इससे प्रत्येक परिवार को सप्ताह में 450 से 500 रुपया आमदनी हो जाती है. गांव में एक मात्र युवक सुरेश बिरहोर आइटीआइ पास है. लेकिन वह भी फिलहाल बेरोजगार है. कई बिरहोरों का बिरसा आवास अधूरा है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा घर-घर पानी का कनेक्शन दिया गया है. बोरिंग से पानी टंकी में आने के बाद पाइपलाइन से घर-घर आपूर्ति की जाती है लेकिन इधर, चार-पांच दिनों से नियमित बिजली नहीं रहने से जलापूर्ति बाधित है. इससे ग्रामीण नाला का पानी पीते हैं.

Next Article

Exit mobile version