पीड़िता मकान मालकिन को न्याय दिलाने में जुटा ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन
एडीजी प्रशिक्षण अनिल पालटा बोकारो पहुंचे, ली मामले की जानकारी पीड़िता की हर तरह से मदद करेगा ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन बोकारो : को-ऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट संख्या 229 निवासी मकान मालकिन मंजूश्री घोष व उनके भाई दीपक घोष पर हुए अमानवीय अत्याचार के खिलाफ हर ओर विरोध के स्वर उठ रहे हैं. उन्हें न्याय दिलाने […]
एडीजी प्रशिक्षण अनिल पालटा बोकारो पहुंचे, ली मामले की जानकारी
पीड़िता की हर तरह से मदद करेगा ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन
बोकारो : को-ऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट संख्या 229 निवासी मकान मालकिन मंजूश्री घोष व उनके भाई दीपक घोष पर हुए अमानवीय अत्याचार के खिलाफ हर ओर विरोध के स्वर उठ रहे हैं. उन्हें न्याय दिलाने के लिए बोकारो ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन सामने आया है. एसोसिएशन के संरक्षक व राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अनिल पालटा मामले की जानकारी लेने के लिए शनिवार को रांची से सीधे मंजूश्री घोष के आवास पहुंचे. इस दौरान बोकारो ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन से जुड़े व को-ऑपरेटिव कॉलोनी सोसाइटी के लगभग एक दर्जन से अधिक सदस्य पहले से मंजू श्री घोष के आवास में मौजूद थे.
अनिल पालटा ने खंडहर के रूप में तब्दील मंजूश्री घोष के आवास का निरीक्षण किया. ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने राशि इकट्ठा कर उक्त आवास का मरम्मत कार्य शुरू करा दिया है. आवास को देखने के बाद श्री पालटा ने एसोसिएशन के सदस्यों से अच्छी तरह से मरम्मत कराने का निर्देश दिया. इसके बाद वह बोकारो जेनरल अस्पताल में भर्ती मंजूश्री घोष व उनके भाई दीपक घोष से भी मिले. श्री पालटा ने बीजीएच के चिकित्सकों से दोनों भाई-बहन के स्वास्थ्य की जानकारी ली.
आवास पर कब्जा जमाने के लिए किया अमानवीय अत्याचार
को-ऑपरेटिव कॉलोनी में मंजूश्री घोष के आवास का निरीक्षण करने के उपरांत श्री पालटा ने पत्रकारों को बताया : बोकारो संत जेवियर्स स्कूल में वह और मंजूश्री घोष पढ़ते थे. मंजूश्री घोष एक साल सीनियर थी. स्कूल में केवल पढ़ाई के दौरान ही मुलाकात हुई है. इसके बाद कभी मंजू से मिला नहीं हूं. बोकारो ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने उन्हें मंजूश्री घोष पर हुए अमानविय अत्याचार की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने बोकारो के एसपी कार्तिक एस से फोन पर बात कर मंजूश्री घोष को न्याय दिलाने को कहा. मंजू के आवास पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा जमाने के लिए उन्हें अपने आवास में ही बंधक बनाकर उनपर अमानवीय अत्याचार किया जा रहा था. आवास के किरायेदार ने किस परिस्थिति में मंजू से मकान का एग्रीमेंट कराया है. इस बात की जांच पुलिस करेगी. वैसे शारीरिक व मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति के साथ किसी प्रकार का एग्रीमेंट मान्य नहीं होता है.
मदद के लिए एसोसिएशन ने जमा किये सवा आठ लाख रुपये
पालटा ने कहा : संपत्ति हथियाने के लिए कुछ लोगों ने मंजू व उनके भाई को कैद कर अमानवीय अत्याचार किया है. मैंने अपने 28 साल की पुलिस सेवा में इस तरह का अमानवीय अत्याचार नहीं देखा है. दोनों भाई-बहन को न्याय दिलाने का पूरा प्रयास किया जायेगा. श्री पालटा ने यह भी बताया : ओल्ड जेवियर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने आपस में मिलकर मंजू की मदद के लिए सवा आठ लाख रुपये की राशि जमा की है. एसोसिएशन के सदस्य खंडहर के रूप में तब्दील हो रहे उक्त आवास का मरम्मती करायेंगे.
इसके अलावा दोनों भाई-बहन के इलाज का खर्च भी एसोसिएशन उठायेगा. मंजू के स्वस्थ होने के बाद उनके भविष्य के लिए भी एसोसिएशन बैंक में एक मुश्त रुपये जमा करायेगा, ताकि जीवन यापन में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो. श्री पालटा ने मौके पर मौजूद को-ऑपरेटिव सोसाइटी के सचिव रास नारायण सिंह को मकान मरम्मती में हर सहयोग देने का आग्रह किया.