बंद रहे बोकारो के पेट्रोल पंप, सवा दो करोड़ का कारोबार प्रभावित
बोकारो : पेट्रोल व डीजल की दर में वैट कम करने की मांग को लेकर बोकारो के 68 पेट्रोल पंप बंद रहे. इससे सीधे तौर पर 2.18 करोड़ रुपया से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ. वहीं सरकार को वैट (टैक्स) कलेक्शन के रूप में 40 लाख रुपया का नुकसान हुआ. सोमवार को झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स […]
बोकारो : पेट्रोल व डीजल की दर में वैट कम करने की मांग को लेकर बोकारो के 68 पेट्रोल पंप बंद रहे. इससे सीधे तौर पर 2.18 करोड़ रुपया से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ. वहीं सरकार को वैट (टैक्स) कलेक्शन के रूप में 40 लाख रुपया का नुकसान हुआ. सोमवार को झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर छह बजे सुबह से छह बजे शाम तक का सांकेतिक बंद बुलाया गया था.
बंदी के कारण रफ्तार पर ब्रेक : बंदी के कारण वाहन की रफ्तार पर ब्रेक लगा. लोग पेट्रोल पंप से खाली हाथ लौटते दिखे. लोग परेशान जरूर हुए, लेकिन बंदी को समर्थन देते भी नजर आये. लोगों की माने तो हर दिन पेट्रोल व डीजल की कीमत जेब को जलाने का काम कर रही है. प्रदेश में आय के कई स्रोत हैं. ऐसे में ईंधन से वैट कम करने की जरूरत है. इससे आम लोगों को राहत मिलेगी.
बोकारो डीलर पेट्रोलियम एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष कुमार अमरदीप ने बताया : झारखंड में पेट्रोल पर 6.23 रुपया व 7.02 रुपया डीजल पर वैट की वृद्धि पिछले तीन साल में किया गया है. बोकारो में पड़ोसी राज्य यूपी व बंगाल से लगभग 03 रुपया महंगा डीजल मिलता है. पड़ोसी राज्य में सस्ता ईंधन होने के कारण ट्रांसपोर्टर वहीं से खरीदारी कर रहे हैं. इसका असर व्यवसाय पर पड़ा है. सरकार को भी नुकसान हो रहा है. कहा : राज्य सरकार को वैट में कटौती करनी चाहिए.
जिला में इंडियन ऑयल के 38, एचपी के 19 व बीपी के 11 पेट्रोल पंप है. हर पेट्रोल पंप से औसतन 2500 लीटर डीजल व 1500 लीटर पेट्रोल की बिक्री होती है. इस आधार पर प्रतिदिन 83,95,620 रुपया का पेट्रोल व 1,34,96,300 रुपया का डीजल बिकता है. शाम छह बजे के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के पंप बंद ही रहे. जबकि शहरी क्षेत्र व मुख्य सड़क किनारे के पंप खुल गये थे.