खान प्रबंधक, सेल अधिकारी और सर्वेयर के साथ नोकझोंक, बोलेरो का शीशा तोड़ा

गांधीनगर : सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की खासमहल-कोनार परियोजना में शुक्रवार की दोपहर 1:30 बजे हैवी ब्लास्टिंग के विरोध में बरवाबेड़ा गांव की दर्जनों महिलाओं ने खदान पहुंच कर द्वितीय पाली का काम रोक दिया. महिलाओं ने कहा कि गुरुवार को प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि वार्ता के बाद ही ब्लास्टिंग की जायेगी लेकिन इसका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2018 7:53 AM
गांधीनगर : सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की खासमहल-कोनार परियोजना में शुक्रवार की दोपहर 1:30 बजे हैवी ब्लास्टिंग के विरोध में बरवाबेड़ा गांव की दर्जनों महिलाओं ने खदान पहुंच कर द्वितीय पाली का काम रोक दिया. महिलाओं ने कहा कि गुरुवार को प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि वार्ता के बाद ही ब्लास्टिंग की जायेगी लेकिन इसका पालन नहीं किया गया.
इससे महिलाएं काफी आक्रोशित हो गयीं. इस दौरान महिलाओं को समझाने पहुंचे खान प्रबंधक एसए खान, सेल अधिकारी संजय कुमार सिंह और सर्वेयर देवाशीष बनर्जी के साथ महिलाओं की जमकर नोकझोंक हुई. अधिकारियों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. महिलाओं ने अधिकारियों के बोलेरो (जेएच 09 एए 5503) का शीशा तोड़ दिया.
सर्वेयर श्री बनर्जी ने महिलाओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया. कहा : सिर और चेहरे पर चोट लगी है. वहीं महिलाओं ने सर्वेयर पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. महिलाओं ने मारपीट की बात से इंकार किया. यह भी कहा कि गेट बंद करने के दौरान कई महिलाओं को चोट लगी है. कहा : हम लोगों की जमीन से प्रबंधन कोयला निकाला रहा है लेकिन गांव के पुनर्वास को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं है.
बिना नौकरी व मुआवजा दिए ग्रामीणों को प्रताड़ित किया जा रहा है. जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तब तक हम लोग नहीं हटने वाले हैं. शाम सात बजे महिलाएं व ग्रामीण वहां से हटे. परियोजना कार्यालय में समाचार लिखे जाने तक वार्ता चल रही थी. मौके पर नूरजहां खातून, सुल्ताना बेगम, साबरा बानो, राबिया खातून, साजिदा खातून, हदीसा खातून, आयशा खातून, खतीजा खातून, मोमिना खातून, सकीना खातून, सलमा खातून, सैबुन निशा, हाजी मनीरउद्दीन, बेलाल हाशमी, मो यूनुस, जफर अली मुंशी, बिट्टू, मो नौशाद, शाहनवाज, इकबाल अंसारी, साबिर, नफीस रजा सहित कई उपस्थित थे.
कई श्रमिक प्रतिनिधि भी पहुंचे : जानकारी मिलने के बाद कई श्रमिक प्रतिनिधि पहुंचे और घटना की जानकारी ली. राकोमसं नेता विकास कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार सिंह, मो सफीरउद्दीन, कुर्बान ने कहा कि जबरन ब्लास्टिंग करने से यह स्थिति उत्पन्न हुई. प्रबंधन को ग्रामीणों की मांगों पर पहल करनी चाहिए. समस्या का समाधान होना चाहिए. जमसं नेता ओमप्रकाश सिंह उर्फ टीनू सिंह, संतोष कुमार, राकोमयू के गजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि कामगार के साथ मारपीट नहीं की जानी चाहिए.
बातचीत से विस्थापितों की समस्याओं का किया जायेगा समाधान : जीएम
घटना की जानकारी मिलने के बाद बीएंडके जीएम एमके पंजाबी, गांधीनगर थाना प्रभारी आरबी सिंह, एएसआइ उमेश सिंह, रमेश छत्री, सीआइएसएफ इंस्पेक्टर एलके दत्ता, एसएन व्यास के साथ पहुंचे और महिलाओं को समझाने का प्रयास किया. जीएम ने कहा कि शुक्रवार की शाम चार बजे वार्ता का समय तय था. तय मानकों के अनुसार ब्लास्टिंग की गयी. इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ. कहा : आपके सहयोग से ही खदान चल रही है. आपकी समस्याओं का निदान करना हमारी प्राथमिकता है, जो भी समस्याएं हैं उसे बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है. समस्या का समाधान किया जायेगा.

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