गोमिया : पहले आदर्शवाद की, अब लूटवाद की हो रही राजनीति : ओमीलाल आजाद
गोमिया : एकीकृत बिहार राज्य के गिरिडीह के पूर्व विधायक ओमीलाल आजाद शनिवार को गोमिया प्रखंड के साडम पहुंचने पर भाकपा कार्यालय में राज्य सचिव मंडल सदस्य इफ्तेखार महमूद के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने उन्हें पार्टी का झंडा देकर सम्मानित किया. पार्टी द्वारा मिले सम्मान व काफी पुराने साथियो […]
गोमिया : एकीकृत बिहार राज्य के गिरिडीह के पूर्व विधायक ओमीलाल आजाद शनिवार को गोमिया प्रखंड के साडम पहुंचने पर भाकपा कार्यालय में राज्य सचिव मंडल सदस्य इफ्तेखार महमूद के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने उन्हें पार्टी का झंडा देकर सम्मानित किया. पार्टी द्वारा मिले सम्मान व काफी पुराने साथियो को देख वह काफी भावुक हो गये.
इस मौके पर साडम स्थित पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि झारखंड अलग राज्य बना लेकिन राज्य नेतृत्व गलत लोगों के हाथों में चला गया. राज्य बने 18 वर्ष बीत गये. इस कालखंड में झारखंड का जो अपेक्षाकृत विकास होना चाहिए था वह नहीं हो पाया है. जिससे झारखंडवासियों की उम्मीद और आकांक्षा समाप्त हो गयी.
उन्होंने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर कहा कि पहले की राजनीति आदर्शवाद की राजनीति थी लेकिन अब की राजनीति लुटवाद पर चल रही है। सांसद विधायक युवाओं को तरह तरह के प्रलोभन देकर उन्हें बरगला रहे हैं. आजाद ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी सरकार 36 करोड़ की मूर्ति लगवा सकते हैं. लेकिन बेरोजगार युवाओं के लिए कल कारखाना नहीं.
उन्होंने कहा कि मोदी के शासन में सरकारी कंपनियों घाटे में चल रही है वहीं निजी कंपनियां काफी फल फुल रहा है और लाभ कमा रही है. इसका उदाहरण है कि देश की प्रतिष्ठित कंपनी ओएनजीसी इंडियन आयल और बीएसएनएल जैसी अनेक कंपनियां घाटे में चल रही है जबकि रिलायंस जियो जैसी निजी कंपनियों सरकार के संरक्षक में करोड़ों का मुनाफा कमा रही है.
उन्होंने कहा कि 2019 के लोक सभा और विधान सभा चुनाव में भाजपा का पतन निश्चित है. अब जनता उनके किसी बहकावे में आने वाली नहीं है. उन्होंने युवाओं और बेरोजगारों, किसानों सहित आम जनता से मिशन 2019 भाजपा हटाओ देश और राज्य बचाओ का संकल्प लेना होगा.
मौके पर भाकपा राज्य सचिव मंडल के सदस्य इफतेखार महमूद, वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर झा, जिला सचिव पंचानन महतो, पेटरवार अंचल सचिव सह मुखिया महेंद्र मुंडा, विस्थापित नेता अजहर अंसारी, समीर कुमार हालदार, अनवर रफी, देवानंद प्रजापति, मकुंद साव, चंद्रदेव रविदास, सुरेश प्रजापति छोटेलाल प्रजापति आदि उपस्थित थे.