बोकारो : छात्र का अपहरण कर फिरौती वसूलने वाले को उम्रकैद
बोकारो : स्थानीय न्यायालय के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रथम रंजीत कुमार ने छात्र का अपहरण कर फिरौती वसूलने के मामले में गुरुवार को दो मुजरिमों को आजीवन सश्रम कारावास व दस-दस हजार रुपये जुर्माना की सजा दी है. मुजरिम पश्चिम बंगाल के जिला पुरूलिया, ग्राम सिद्यी निवासी महादेव गोप व सेक्टर एक सी […]
बोकारो : स्थानीय न्यायालय के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रथम रंजीत कुमार ने छात्र का अपहरण कर फिरौती वसूलने के मामले में गुरुवार को दो मुजरिमों को आजीवन सश्रम कारावास व दस-दस हजार रुपये जुर्माना की सजा दी है. मुजरिम पश्चिम बंगाल के जिला पुरूलिया, ग्राम सिद्यी निवासी महादेव गोप व सेक्टर एक सी निवासी धीरज ठाकुर है.
गत चार वर्षों से दोनों इस मामले में चास जेल में बंद हैं. सरकार की तरफ से अपर लोक अभियोजक एसके झा ने अदालत में पक्ष रखा. यह मामला सेशन ट्रायल संख्या 277/15 व बीएस सिटी थाना कांड संख्या 74/15 के तहत चल रहा था. घटना की प्राथमिकी सेक्टर एक सी, आवास संख्या 1166 निवासी अभियंता दुर्गेश कुमार ने दर्ज कराया था. यह घटना 21 फरवरी 2015 की है.
कैसे हुई थी घटना : दुर्गेश सड़क निर्माण करने वाली निजी कंपनी में अभियंता थे. उनकी पत्नी बिहार के जिला औरंगाबाद स्थित सरकारी कॉलेज में लेक्चरर के पद पर कार्यरत थीं. दुर्गेश का पुत्र शशांक उर्फ राजा सिटी सेंटर स्थित एक कोचिंग संस्थान में इंजीनियरिंग की तैयारी करता था.
राजा के अपहरण में शामिल धीरज ठाकुर के पुत्र के साथ शशांक की अच्छी दोस्ती थी. इसी का फायदा उठाकर धीरज ने राजा के अपहरण की योजना बनायी. धीरज ने राजा को कोचिंग जाने के दौरान कहा की वह उसे अपनी स्कूटी से चास छोड़ दे. राजा ने धीरज की बात मान ली. अपने स्कूटी पर धीरज को बैठा कर चास ले गया. गरगा पुल पार करने के बाद धीरज राजा को बहला-फुसला कर पुरूलिया के सिद्यी गांव स्थित अपने दोस्त महादेव गोप के घर ले गया.
यहां धीरज ने राजा से मोबाइल फोन लेकर उसके पिता को फोन कर उसके अपहरण की सूचना दी और 1.80 लाख रुपये फिरौती की मांग की. अपहर्ताओं ने धमकी दी थी की तीन घंटा के अंदर अगर सात लाख रुपये नहीं मिले, तो राजा की हत्या कर दी जायेगी. राजा के पिता उस समय वर्द्धमान स्थित अपनी साइट पर थे. राजा के पिता ने अपनी पत्नी को फोन कर पैसे का जुगाड़ करने को कहा.
दोस्त, मित्र, रिश्तेदारों व एटीएम से पैसा निकाल कर कुल 1.80 लाख रुपया लेकर अपहर्ताओं के बताये स्थान पुरुलिया बॉर्डर के निकट काशी झरिया बोर्ड के पास बैग रख दिया गया. थोड़ी देर में दो युवक मुंह बांधे हुए आये और पैसा से भरा बैग उठाकर ले गये. पैसा वसूलने के बाद रात तीन बजे राजा को अपहर्ताओं ने एडीएम बिल्डिंग के पास छोड़ दिया था. फिरौती देकर पुत्र को बरामद करने के बाद यह मामला अभियंता ने स्थानीय थाना में दर्ज कराया था.