टीटीपीएस में पांच आदिवासी गांवों का सरहुल महोत्सव, झारखंड की पहचान है सरहुल पर्व
महुआटांड़ : टीटीपीएस ललपनिया के बैंक मोड़ स्थित सरना स्थल परिसर में सोमवार को बाहा पोरब सरना पूजा समिति के बैनर तले सरहुल पूजा सह महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें पांच विस्थापित आदिवासी गांव-टोलों के आदिवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया. जाहेरगढ़ में नायके सोनाराम सोरेन व जोया मांझी ने सखुआ का फूल […]
महुआटांड़ : टीटीपीएस ललपनिया के बैंक मोड़ स्थित सरना स्थल परिसर में सोमवार को बाहा पोरब सरना पूजा समिति के बैनर तले सरहुल पूजा सह महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें पांच विस्थापित आदिवासी गांव-टोलों के आदिवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया. जाहेरगढ़ में नायके सोनाराम सोरेन व जोया मांझी ने सखुआ का फूल आदि चढ़ाकर मरांग बुरु, जाहेर आयो, लिट्टा गोसाईं, मोड़ेको व तुरईको की उपासना व अराधना कर पूजा संपन्न करायी.
जिसके बाद प्रसाद वितरण किया गया. इसके बाद नृत्य आदि का दौर चला. मांदर की थाप पर आदिवासी खूब थिरके. इस दौरान सरहुल के उमंग से आदिवासी सराबोर दिखे. मुख्य अतिथि जीएम सनातन सिंह व विशिष्ट अतिथि शेखर प्रजापति शामिल हुए और सरहुल की शुभकामनायें दीं.
जीएम श्री सिंह ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति व परंपरा प्रकृति के प्रति समर्पित है और सरहुल पर्व इसकी पहचान है. समिति ने शॉल ओढाकर अतिथियों को सम्मान दिया. महोत्सव में ललपनिया, कोचाकुल्ही, न्यू जाला, सड़क टोला, कुशमांडो के आदिवासियों ने भाग लिया. मौके पर ललपनिया ओपी प्रभारी बुद्धदेव उरांव, अनुज सिंह, बालदेव राय, न्यू जाला के मांझी हड़ाम बीरबल मांझी, ललपनिया बस्ती के लालजी मरांडी, कुशमांडो के बाबूचंद बास्के, सड़क टोला के मंझला मांझी, कोचाकुल्ही के फेनीराम सोरेन, अंबुज प्रसाद, मुखिया हेमलता किस्कू, दिनेश सोरेन सहित एनटीपीसी के अधिकारी थे.
आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष धनीराम मांझी, कार्यकारी अध्यक्ष गुरुलाल मांझी, उपाध्यक्ष रामजी मांझी, सचिव सह कोचाकुल्ही के मांझी हड़ाम फेनीराम सोरेन, कोषाध्यक्ष रामप्रसाद सोरेन, रतिराम बास्के, दिलीप मरांडी, जागो मांझी, सुशील मांझी, सेवाराम हांसदा आदि थे.