आजसू के साथ भाजपा की ताकत, झामुमो को है समीकरण का सहारा
एनडीए व महागठबंधन ने चुनावी समर में झोंकी ताकत क्षेत्र में महतो, मुसलिम व मांझी वोटर सबसे ज्यादा, कुरमी जाति से ही जुडे दो प्रत्याशी आमने-सामने राकेश वर्मा बेरमो : गिरिडीह लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए व महागठबंधन के बीच कांटे का संघर्ष है़ एनडीए की ओर से चुनाव लड़ रहे आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश […]
एनडीए व महागठबंधन ने चुनावी समर में झोंकी ताकत
क्षेत्र में महतो, मुसलिम व मांझी वोटर सबसे ज्यादा, कुरमी जाति से ही जुडे दो प्रत्याशी आमने-सामने
राकेश वर्मा
बेरमो : गिरिडीह लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए व महागठबंधन के बीच कांटे का संघर्ष है़ एनडीए की ओर से चुनाव लड़ रहे आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी की नजर जहां आजसू के साथ-साथ भाजपा के वोटरों पर है. वहीं झामुमो महागठबंधन की ओर से झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो को घटक दलों पर भरोसा है.
झामुमो यूपीए के समीकरण का सहारा है़ जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे चुनावी संघर्ष रोचक होता दिख रहा है. चुनाव को लेकर एनडीए और महागठबंधन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वोटरों को गोलबंद करने के लिए दोनों ही प्रत्याशी पसीना बहा रहे है़ं जहां एनडीए में शामिल भाजपा व आजसू नेता-कार्यकर्ता एक साथ हर जगह मंच साझा कर रहे है, वहीं महागठबंधन में शामिल झामुमो, कांग्रेस, झाविमो व राजद के लोग भी अलग-अलग बैठक व जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. एनडीए व महागठबंधन दलों की ओर से राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के नेताओं के दौरे व चुनावी सभा के बाद वोटरों की सक्रियता और भी बढ़ेगी. आगामी 29 अप्रैल को कोडरमा संसदीय क्षेत्र के जमुआ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का असर कोडरमा के अलावा गिरिडीह व धनबाद संसदीय क्षेत्र पर भी पडेगा.
प्रधानमंत्री की सभा को लेकर भाजपा व आजसू खेमा में काफी उत्साह है. मालूम हो कि गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में महतो, मुसलिम व मांझी वोटर सबसे ज्यादा है. इन वोटरों पर भी एनडीए व महागठबंधन दल के प्रत्याशियों की पैनी नजर है. वहीं यूपीए को अपने परंपरागत वोट पर भरोसा है़ गिरिडीह लोकसभा सीट के इतिहास में यह पहला मौका है, जब कुरमी जाति से ही जुडे दो प्रत्याशी आमने-सामने है. साथ ही दोनों विधायक हैं.
गिरिडीह लोकसभा के राजग प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी रविवार को कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह से मिलने उनके ढोरी स्टॉफ क्वार्टर स्थित आवास पहुंचे. यहां राजग प्रत्याशी सीपी चौधरी ने राजेंद्र प्रसाद सिंह से औपचारिक मुलाकात कर वोट मांगा. इस बाबत श्री चौधरी ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद सिंह हमारे बड़े भाई हैं और मैं गिरिडीह से चुनाव लड़ रहा हूं. इसलिए श्री सिंह से वोट मांगने के लिए यहां आया हुआ हूं. राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मैं गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र का एक वोटर भी हूं. इस नाते चंद्रप्रकाश चौधरी हमसे वोट मांगने आये हुए हैं.
2014 में भाजपा को मिले थे 3,91,644 वोट और झामुमो ने बटोरे थे 3,51,424 वोट
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा व झामुमो ने मिल कर साढ़े सात लाख से ज्यादा वोट बटोरे थे. भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुमार पांडेय को 3,91,644 तथा झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो को 3,51,424 मत मिले. इसके अलावा झाविमो को 57,380 एवं आजसू प्रत्याशी को 55,647 मत मिला था.
भाजपा को गिरिडीह विस से 69428, डुमरी विस से 41014, गोमिया से 54683, बेरमो से 76220, टुंडी से 64411 तथा बाघमारा से सबसे ज्यादा 85888 मत मिला था. जबकि झामुमो को गिरिडीह विस से 49,178, डुमरी विस से 84,209, गोमिया विस से 58,025, बेरमो विस से 69,113, टुंडी विस से 57,408 तथा बाघमारा विस से 33491 मत मिला था. भाजपा ने जहां गिरिडीह, बेरमो, टुंडी व बाघमारा में झामुमो से बढत हासिल किया था. वहीं झामुमो ने डुमरी व गोमिया विस में भाजपा से बढ़त बनाया था. झामुमो को डुमरी में सबसे ज्यादा 43195 वोट का तथा भाजपा को बाघमारा में सर्वाधिक 52397 वोट का बढत प्राप्त हुआ था. 2019 के लोस चुनाव में भाजपा का प्रत्याशी नहीं है. ऐसे में भाजपा वोट को सहेज कर रखने की बड़ी जिम्मेवारी एनडीए की होगी.
भाजपा के विधायकों को अपनी जमीन बचाने की टेंशन बहा रहे हैं पसीना
भाजपा विधायकों को अपने-अपने विस क्षेत्र में एनडीए को बढ़त दिलाने अन्यथा विस में टिकट कटने की चेतावनी के बाद गिरिडीह संसदीय क्षेत्र के भाजपा विधायक भी सहमे हुए हैं. लोग अब एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. मालूम हो कि गिरिडीह संसदीय क्षेत्र का बेरमो, बाघमारा व गिरिडीह विधानसभा भाजपा के कब्जे में है.
जबकि एक सीट टुंडी आजसू के कब्जे में है. वहीं गोमिया व डुमरी विस झामुमो के कब्जे में है. ऐसे में एनडीए का चार विस सीटों पर कब्जा है. वैसी स्थिति में भाजपा का राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय नेतृत्व भी इन सभी चारों विधानसभा क्षेत्र में एनडीए को बढ़त मिलने की उम्मीद लगाये बैठे हैं. इधर सांसद रवींद्र कुमार पांडेय का टिकट कटने के बाद पूरे चुनाव में सांसद श्री पांडेय की गतिविधियों पर भी पार्टी की पैनी नजर है. हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के बाद सांसद श्री पांडेय सारे गिले-शिकवे भूल कर एनडीए के पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान में लगे हुए हैं.
सांसद व विधायक भी हैं सक्रिय
एनडीए की ओर से सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के अलावा बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटूल, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो तथा गिरिडीह के भाजपा विधायक निर्भय शाहबादी सक्रिय रूप से लगे हुए हैं. इसके अलावा भाजपा का पूरा संगठन, मंच-मोर्चा भी अलग-अलग बैठक कर एनडीए प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने की दिशा में लगा हुआ है.
साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग भी भूमिगत रूप से एनडीए के पक्ष में काम कर रहे हैं. दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से पूर्व मंत्री व इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक ओपी लाल, पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, पूर्व सांसद डॉ सरफराज अहमद के अलावा झामुमो, झाविमो व राजद का पूरा कुनबा लगा हुआ है. वामपंथी संगठन भाकपा, माकपा, भाकपा माले भी इस सीट पर महागठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में गोलबंद होते दिख रहे हैं.