सिविल सर्जन कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन, गेट पर जड़ा ताला
इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप बोकारो : इलाज में लापरवाही अन्य शिकायताें को लेकर कुछ लोगों ने गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया. इस दौरान लोगों ने सिविल सर्जन को गिरफ्तार करो, सदर अस्पताल है या श्मशान है जवाब दो, जब तक न्याय नहीं […]
इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
बोकारो : इलाज में लापरवाही अन्य शिकायताें को लेकर कुछ लोगों ने गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया. इस दौरान लोगों ने सिविल सर्जन को गिरफ्तार करो, सदर अस्पताल है या श्मशान है जवाब दो, जब तक न्याय नहीं मिलेगा हम नहीं हटेंगे आदि नारे लगाये. लोगों का नेतृत्व संजय तिवारी कर रहे थे.
सूचना पाकर सिटी थाना के अधिकारी अजय सिंह पहुंचे और धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया. धरना पर बैठे लोग सिविल सर्जन पर एफआइआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे और एक आवेदन दिया. पुलिस अधिकारी व कार्यपालक दंडाधिकारी मधु कुमारी द्वारा कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद धरना समाप्त किया गया. पुलिस को दिये आवेदन में चास निवासी राजू कर्मकार ने बताया कि उसने गर्भवती पत्नी को तीन जून को सदर अस्पताल में दाखिल कराया. चार जून को चिकित्सकों ने अल्ट्रासांउड करने के बाद बताया कि बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गयी है. पत्नी के शरीर में खून की कमी है.
ब्लड चढ़ाना होगा. जबकि बच्चे की मौत इलाज में लापरवाही के कारण हुई है. पत्नी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. इधर, सिविल सर्जन डॉ अंबिका प्रसाद मंडल ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि मरीज के शरीर में ब्लड की कमी थी. ब्लड चढ़ाने की बात कही गयी थी. अचानक बिना किसी सूचना दिये परिजन इलाजरत महिला को अस्पताल से लेकर चले गये.