अधिक आयु के लोग बनते हैं ऑर्थराइटिस के शिकार

बोकारो: सेक्टर पांच स्थित आइएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) हॉल में शनिवार को घुटनों के आर्थराइटिस पर कार्यशाला हुई. उद्घाटन मुख्य अतिथि आर्थोपेडिक्स डॉ राजेश सिंह, आइएमए चास (बोकारो) अध्यक्ष डॉ एनके चौधरी, सचिव डॉ बीके पंकज, डॉ सुधा देव ने संयुक्त रूप से किया. कार्यशाला में घुटनों से जुड़ी आर्थराइटिस की विभिन्न क्रिया कलापों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2014 4:48 AM

बोकारो: सेक्टर पांच स्थित आइएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) हॉल में शनिवार को घुटनों के आर्थराइटिस पर कार्यशाला हुई. उद्घाटन मुख्य अतिथि आर्थोपेडिक्स डॉ राजेश सिंह, आइएमए चास (बोकारो) अध्यक्ष डॉ एनके चौधरी, सचिव डॉ बीके पंकज, डॉ सुधा देव ने संयुक्त रूप से किया. कार्यशाला में घुटनों से जुड़ी आर्थराइटिस की विभिन्न क्रिया कलापों पर चर्चा की गयी.

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश सिंह ने कहा : ओस्टियो आर्थराईटिस एक आम प्रकार का घुटनों का आर्थराईटिस होता है. यह अधिक आयु के लोग को अपना शिकार बनता है. इसके शिकार वे होते हैं, जिनका वजन अधिक होता है. यह अनुवांशिक भी होता है. घुटनों के आर्थराइर्टिस के कई कारण है.

इसमें मुख्यत: घुटने में चोट, अस्थिबंध को हानि, जोड़ के आसपास की हड्डी का टूटना शामिल है. डॉ सिंह ने बताया कि आर्थराइटिस के लक्षणों में उठते-बैठते समय पीड़ा, घुटनों में अकड़न, जोड़ों में सूजन, जोड़ों की विकृति, जोड़ जवाब दे जाने का एहसास शामिल है. इसकी शुरुआती जांच एक्स-रे से होती है. जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन भी किया जा सकता है. मौके पर डॉ रणधीर सिंह, डॉ मनोज श्रीवास्तव, डॉ अवनिश श्रीवास्तव, डॉ रतन केजरीवाल, डॉ इरफान अंसारी, डॉ पीएस कश्यप, डॉ एके सिन्हा, डॉ श्रीकांत, डॉ कौशिक, डॉ संजय कुमार, डॉ रणवीर कुमार, डॉ सुजीत सिंह, डॉ एसके सिन्हा, राजीव कुमार आदि मौजूद थे.

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