जलमीनार बनी, पाइप बिछा, पर आपूर्ति नहीं
करौं : करोड़ों की लागत से करौं जलापूर्ति से लोगों को नियमित पानी नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश है. यह योजना करौं समेत छह गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था. लेकिन पदाधिकारियों की लापरवाही से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: […]
करौं : करोड़ों की लागत से करौं जलापूर्ति से लोगों को नियमित पानी नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश है. यह योजना करौं समेत छह गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था. लेकिन पदाधिकारियों की लापरवाही से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है.
महत्वाकांक्षी योजना से करौं, डिंडाकोली, लकरछारा, बुढवाटांड़, बेलकियारी, प्रतापपुर आदि ड्राइजोन गांव में पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन आज भी डिंडाकोली दलित टोला में आज भी न तो पाइप बिछायी गयी और न ही पानी की आपूर्ति की गयी है.
यहां के लोगों ने कई बार पंप हाउस, वाटर फिल्ट्रेशन हाउस में ताला भी जड़ा. लेकिन पदाधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगा. बरहाल लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है. गर्मी में भी नियमित रूप से पानी की आपूर्ति नहीं की गयी. लोग पानी के लिए इधर उधर भटकते रहे. विभाग द्वारा कभी कभार गंदे पानी की आपूर्ति की जाती है.
पीएचइडी विभाग द्वारा बिजली नहीं रहने का बहाना बना कर आपूर्ति नहीं करते हैं. ग्रामीण चंद्रभानू सिंह, अनिल रवानी, प्रमोद सिंह, सुभाष मंडल, संजय रवानी, चांद बाउरी, लालटू मंडल व सुरेंद्र मंडल आदि ने विरोध प्रकट करते हुए नियमित रूप से पानी आपूर्ति बहाल करने की मांग की है.