जमीन चिह्नित होने के बाद भी 348 करोड़ की दो परियोजनाएं अधर में

राजू नंदन, चास : चास नगर निगम की 348 करोड़ रुपये की दो महत्वपूर्ण परियोजना जमीन चिह्नित होने के बाद भी वर्षों से अधर में लटकी है. ये परियोजनाएं हैं कचरा निष्तारण प्लांट व सेप्टेज प्रबंधन प्लांट. प्लांट नहीं लगने से वार्ड में बेहतर ढंग से कचरा का उठाव नहीं हो रहा है. वहीं सेप्टेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2019 8:51 AM

राजू नंदन, चास : चास नगर निगम की 348 करोड़ रुपये की दो महत्वपूर्ण परियोजना जमीन चिह्नित होने के बाद भी वर्षों से अधर में लटकी है. ये परियोजनाएं हैं कचरा निष्तारण प्लांट व सेप्टेज प्रबंधन प्लांट. प्लांट नहीं लगने से वार्ड में बेहतर ढंग से कचरा का उठाव नहीं हो रहा है.

वहीं सेप्टेज प्रबंधन प्लांट शुरू नहीं होने से वार्ड वासियों को नालियों की गंदे पानी के जलजमाव का सामना करना पड़ता है. इस कारण चासवासियों को परेशानी हो रही है. दोनों परियोजना के लिए निगम की ओर से कालापत्थर व बेड़ानी में जमीन चिह्नित की गयी है.
लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण अभी तक परियोजना धरातल पर नहीं उतर पायी है. इस मामले में जिला प्रशासन व निगम भी गंभीरता नहीं दिखा रही है. जबकि निर्माण के लिए नगर विकास विभाग की ओर से आधे दर्जन बार टेंडर निकाला जा चुका है. टेंडर निकलने के बाद भी ग्रामीणों के विरोध के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है.
309 करोड़ की लागत से कचरा निष्तारण प्लांट लगाने की योजना
चास नगर निगम की ओर से 309 करोड़ रुपये की लागत से कचरा निष्तारण प्लांट लगाने की योजना है. इस प्लांट को कालापत्थर में लगाने के लिये जमीन चिह्नित की गयी है.
जमीन चिह्नित हुए पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी निगम व जिला प्रशासन को इस दिशा में अभी तक सफलता नहीं मिल पायी है. बोकारो के पूर्व उपायुक्त द्वारा कई बार प्रयास किया गया. इसको लेकर बोकारो प्रबंधन से भी वार्ता की गयी. ताकि चास व बोकारो कहीं भी प्लांट लग जाये. इस प्लांट के लिए 10 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है.
39 करोड़ के सेप्टेज प्रबंधन प्लांट के दो वर्ष पूर्व जमीन हुई थी चिह्नित
निगम की ओर से प्रखंड क्षेत्र के बेड़ानी में सेप्टेज प्रबंधन प्लांट लगाने के लिए दो वर्ष पूर्व दो एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है. दो वर्ष बीत जाने के बाद भी निगम की ओर से अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है.
इस कार्य को भी लगातार ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा है. इस प्लांट का निर्माण 39 करोड़ रुपये की लागत से होना है. इस योजना के तहत चास नगर निगम क्षेत्र के मोहल्लों से निकलने वाला गंदा पानी पाइप लाइन के माध्यम से सेप्टेज प्लांट ले जाने की योजना है. जिससे पानी को ट्रीटमेंट कर बागवानी सहित आदि कार्यों में उपयोग किया जा सके.
ग्रामीणों के विरोध के कारण उक्त परियोजना धरातल पर नहीं उतर पा रही है. परियोजना को शीघ्र धरातल पर उतारने का प्रयास किया जायेगा. दोनों जगह ग्रामीणों से वार्ता की जायेगी. ग्रामीणों को समझाने के लिये दूसरे शहरों में बने प्लांटों का निरीक्षण कराया जायेगा.
शशि प्रकाश झा, अपर नगर आयुक्त, चास नगर निगम

Next Article

Exit mobile version