काम के बाद टेंडर, वह भी डीसी आवास में
आठ मार्च 2018 को पूर्व उपायुक्त मृत्युंजय कुमार के पत्र पर हुआ था काम उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता (भवन प्रमंडल) को लिखा था पत्र बोकारो :बोकारो उपायुक्त निवास स्थान सह गोपनीय शाखा में गोहाल (गाय का रहने वाला स्थान) समेत 11 अन्य काम बिना टेंडर के पूरा हो गया है. काम के लिए तत्कालीन डीसी […]
आठ मार्च 2018 को पूर्व उपायुक्त मृत्युंजय कुमार के पत्र पर हुआ था काम
उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता (भवन प्रमंडल) को लिखा था पत्र
बोकारो :बोकारो उपायुक्त निवास स्थान सह गोपनीय शाखा में गोहाल (गाय का रहने वाला स्थान) समेत 11 अन्य काम बिना टेंडर के पूरा हो गया है. काम के लिए तत्कालीन डीसी मृत्युंजय कुमार वर्णवाल ने कार्यपालक अभियंता ( भवन प्रमंडल ), बोकारो को पत्र (पत्रांक 707) लिखा था. काम करने में 29 लाख रुपया खर्च किया गया था.
कार्य करने वाली कंपनी निकासी के लिए फरियाद कर रही है. इसके बाद भवन प्रमंडल विभाग ने किये गये कार्य के लिए दोबारा टेंडर जारी किया, ताकि कार्य करने वाली कंपनी को पिछले दरवाजा से पैसाें का भुगतान कर सके. इसके लिए 22 अगस्त व 23 अगस्त को विभिन्न अखबार में टेंडर जारी किया गया है. टेंडर संख्या 13/2019-20 है.
इन कार्यों में किया गया खर्च : पाथ वे, कार्यालय शेड, गोहाल, संतरी पोस्ट निर्माण में 35 लाख 31 हजार 650 रुपया खर्च किया गया. वहीं आवास के रंग-रोगन में 07 लाख 76 हजार 650 रुपया, आरसीसी कवर ड्रेन इंटरनल डेकोरेशन में 21 लाख 65 हजार व लान क्षेत्र में ग्रासिंग-रोकरी में 09 लाख 92 हजार 280 रुपया खर्च किया गया.