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जल शक्ति अभियान में फिसड्डी साबित हुआ बोकारो, रैंकिंग गिरी

बोकारो : वर्षा जल संरक्षण, पारंपरिक जल स्रोत के पुनरुद्धार, जल का पुन: उपयोग… कुल मिलाकर जल बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जल शक्ति अभियान शुरू किया गया है. 254 चयनित जिला में झारखंड में बोकारो व धनबाद को पहले फेज में जगह मिली. धनबाद ने तो देय सभी बिंदुओं पर काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2019 2:53 AM

बोकारो : वर्षा जल संरक्षण, पारंपरिक जल स्रोत के पुनरुद्धार, जल का पुन: उपयोग… कुल मिलाकर जल बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जल शक्ति अभियान शुरू किया गया है. 254 चयनित जिला में झारखंड में बोकारो व धनबाद को पहले फेज में जगह मिली. धनबाद ने तो देय सभी बिंदुओं पर काम दिखा कर राष्ट्रीय स्तर पर चौथा स्थान हासिल कर लिया, लेकिन बोकारो खुद को साबित नहीं कर पाया. जल शक्ति अभियान की जारी रैंकिंग में बोकारो फिसड्डी साबित हुआ है. बोकारो को 155वां स्थान हासिल हुआ है. जिला को कुल 19.13 अंक ही मिल पाया है.

पारंपरिक जल स्रोत पुन: उद्धार में जिला जीरो : रैंकिंग के लिए देय लक्ष्य को हस्तक्षेप क्षेत्र, विशेष हस्तक्षेप व परिणाम हस्तक्षेप भाग में विभक्त किया गया था. हस्तक्षेप क्षेत्र में जल संरक्षण और रेन हार्वेस्टिंग, पारंपरिक जल स्रोत का पुनरुद्धार, जल का पुन: इस्तेमाल व रिचार्ज स्ट्रक्चर, वाटर शेड विकास व विशेष पौधारोपण कर जंगल निर्माण को जगह दी गयी थी. जिला को पारंपरिक जल स्रोत के पुन: उद्धार में जीरो (शून्य) अंक मिला है. वहीं वाटर शेड विकास में मात्र 0.96 व विशेष पौधारोपण कर जंगल निर्माण में 0.42 अंक प्राप्त हुआ है. जल संरक्षण और रेन हार्वेस्टिंग में 1.28 अंक प्राप्त हुआ है.इन तमाम मामलों में जिला ने मात्र 14 प्रतिशत काम ही पूरा किया है.
बोकारो को ब्लॉक व जिला कंजरवेशन प्लान में 10 अंक, केवीके मेला आयोजन में 0.07 अंक और 05 स्थल का विवरण अपलोड करने के मामले में 2.57 अंक प्राप्त हुआ है. बताते चले कि प्रभात खबर ने 22 अगस्त के अंक में हाल-ए-जल संरक्षण-संचयन समेत कई बार खबर प्रकाशित करता रहा है. बावजूद इसके प्रशासन की ओर से कार्यगति में तेजी नहीं लायी गयी. बोकारो जिला में बेरमो प्रखंड का चयन केंद्र सरकार की ओर से किया गया है.

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