विकास में इंजीनियरों की भूमिका महत्वपूर्ण
बोकारो : सेक्टर पांच स्थित अभियंता भवन में रविवार को 52 वां इंजीनियर्स डे व भारत रत्न एम विश्वेशरैय्या की 158 वीं जयंती मनायी गयी. आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) बोकारो शाखा की ओर से किया गया. इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय ‘इंजीनियरिंग फॉर चेंज’ था. उद्घाटन मुख्य अतिथि बीएसएल सीइओ पवन कुमार सिंह […]
बोकारो : सेक्टर पांच स्थित अभियंता भवन में रविवार को 52 वां इंजीनियर्स डे व भारत रत्न एम विश्वेशरैय्या की 158 वीं जयंती मनायी गयी. आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) बोकारो शाखा की ओर से किया गया. इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय ‘इंजीनियरिंग फॉर चेंज’ था. उद्घाटन मुख्य अतिथि बीएसएल सीइओ पवन कुमार सिंह ने भारत रत्न एम विश्वेशरैय्या के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. श्री सिंह ने देश के विकास में अभियंताओं की भूमिका को रेखांकित किया.
उद्घाटन समारोह में सम्मानित अतिथि आरके पांडेय, संपत्ति प्रबंधक (ओएनजीसी), विशिष्ट अतिथि आरसी श्रीवास्तव, अधिशासी निदेशक (संकार्य) बीएसएल व आर कुशवाहा, अधिशासी निदेशक (परियोजना) बीएसएल मौजूद थे. बोकारो शाखा अध्यक्ष वाइएन सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया. अभियंता दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला. बताया किस प्रकार अभियंता वर्ग देश के विकास में योगदान दे रहे हैं.
श्री पांडेय ने जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण संरक्षण के समक्ष खड़ी चुनौतियों से अवगत कराया. अभियंताओं से इस्पात उत्पादन व तेल संवर्धन के क्षेत्र में बचत के लिए बेहतर तकनीक के उपयोग का आवाह्न किया.
कार्यक्रम में मुख्य विषय पर दो आलेख एके चौधरी व सीपी सहाय ने प्रस्तुत किया. संचालन संयुक्त सचिव एनपी श्रीवास्तव ने किया. महासचिव डीपी झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया. संयुक्त महासचिव नवीन श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी एसएनपी गुप्ता आदि मौजूद थे.
कुशवाहा अभियंता फोरम ने याद किया डॉ विश्वेशरैया को : बोकारो. सेक्टर छह सी/2110 में रविवार को कुशवाहा अभियंता फोरम की ओर से अभियंता दिवस का आयोजन किया गया. भारत रत्न डॉ एम विश्वेशरैया की तसवीर पर माल्यार्पण कर याद किया गया.
अध्यक्ष लालजी सिंह ने अभियंता दिवस पर प्रकाश डाला. केंद्र व राज्य सरकार से अभियंता पर विशेष ध्यान देने की बात कही. श्याम मुरारी, एनपी सिन्हा, बी सिंह, भागवत प्रसाद कुशवाहा, गुलाब चंद सिंह, एके वर्मा, भुवनेश्वर प्रसाद, भवानी प्रसाद, आरएन मेहता आदि मौजूद थे.