सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण को विनिवेश
बोकारो : बोकारो इस्पात कामगार यूनियन (एटक) का दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह रविवार को संपन्न हुआ. चुनौतियों से निकलने के लिए घोषणा पत्र स्वीकृत किया गया. समारोह की शुरुआत ऑल इंडिया स्टील वर्क्स फेडरेशन के महामंत्री डी आदि नारायण, एटक के राज्य महामंत्री पीके गांगुली, राष्ट्रीय सचिव विद्या सागर गिरि ने किया. वक्ताओं ने […]
बोकारो : बोकारो इस्पात कामगार यूनियन (एटक) का दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह रविवार को संपन्न हुआ. चुनौतियों से निकलने के लिए घोषणा पत्र स्वीकृत किया गया. समारोह की शुरुआत ऑल इंडिया स्टील वर्क्स फेडरेशन के महामंत्री डी आदि नारायण, एटक के राज्य महामंत्री पीके गांगुली, राष्ट्रीय सचिव विद्या सागर गिरि ने किया.
वक्ताओं ने आजादी से लेकर अभी तक का सफर में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग की महत्ता के बारे में बताया. साथ ही सार्वजनिक उपक्रम को बचाने के लिए किसी हद तक की लड़ाई का आह्वान किया गया. 50 वर्ष के संघर्षशील जीवन में कुर्बानी देने वाले साथियों का अभिनंदन किया गया.
वक्ताओं ने कहा : वर्तमान में ट्रेड यूनियन अधिकार व कानूनी श्रम अधिकार को निरंकुश ढंग से छीना जा रहा है. 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को कोडिफिकेशन के नाम पर समाप्त कर श्रम कानून को मजदूर विरोधी व कारपारेट पक्षीय बनाया जा रहा है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम का निजीकरण व निलामीकरण के उद्देश्य से सरकार खुलेआम विनिवेश कर रही है. सरकार कॉरपोरेट जगत को सार्वजनिक संपत्ति सौंप देना चाहती है.
वक्ताओं ने कहा : मजदूरों का वेज रिविजन पौने तीन वर्ष से लंबित है. पेंशन का मामला लटका है. नागरिक सुविधा व स्वास्थ्य सेवा में भारी गिरावट हुई है. ठेका मजदूर शोषण के शिकार हैं. मोदी शासन की नीतियां मजदूर विरोधी है. मंच संचालन एके अहमद ने किया. आरए सिंह, रामाश्रय प्रसाद सिंह, सत्येंद्र कुमार, ब्रजेश कुमार व अन्य मौजूद थे.