सुनील तिवारी, बोकारो
दो साल तक इंतजार करने के बाद भी पदनाम पर निर्णय नहीं होने पर बीएसएल सहित सेल के डिप्लोमा इंजीनियर्स आक्रोशित हैं. जूनियर इंजीनियर पदनाम की डिमांड को लेकर डिप्लोमा इंजीनियर्स ने चरणबद्व आंदोलन की घोषणा की है. इसमें बोकारो स्टील प्लांट के 1500 सहित सेल की विभिन्न इकाईयों के 8000 डिप्लोमा इंजीनियर शामिल होंगे. आंदोलन के प्रथम चरण में 17 अक्तूबर को बोकारो सहित सेल के अन्य यूनिट में एक दिवसीय भूख हड़ताल का निर्णय किया गया है.
नवंबर माह में आंदोलन के दूसरे चरण में बीएसएल सहित सेल के डिप्लोमा इंजीनियर तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश लेंगे. इसकी तिथि की घोषणा बाद में की जायेगी. उसके बाद भी बात नहीं बनी तो अनिश्चितकालीन विरोध किया जायेगा. बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी यूनियन की आम सभा गांधी चौक-सेक्टर-4 पर शुक्रवार को हुई. बीएसएल के डिप्लोमा इंजीनियर ने सेल प्रबंधन द्वारा जूनियर इंजीनियर पदनाम मुद्दे को लटकाकर रखे जाने पर आक्रोश व्यक्त किया.
पदनाम ज्वलंत व महत्वपूर्ण मुद्दा : संदीप
सभा का संचालन करते हुए यूनियन के उपाध्यक्ष रवि शंकर ने कहा : इस्पात मंत्रलय से जेई पदनाम संबंधी आदेश जारी हुए दो साल बीत जाने के बाद भी सेल प्रबंधन इस मुद्दे को तरह-तरह के बहाना बनाकर लटकाती रही है. यूनियन के अध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा : सेल में जूनियर इंजीनियर्स पदनाम एक ज्वलंत व महत्वपूर्ण मुद्दा है. एनजेसीएस सब कमेटी, एनआरसी कमेटी का गठन व कई बार डेफी के साथ प्रबंधन की मीटिंग होने के बाद भी पदनाम का मामला अटका हुआ है.
समय के साथ आंदोलन और मजबूत होगा
महामंत्री एम तिवारी ने कहा : अगर प्रबंधन सोचती है कि मामला को लटकाकर आंदोलन को शांत कर देंगे, तो ये प्रबंधन की बहुत बड़ी गलतफहमी है. समय के साथ आंदोलन और मजबूत होगा. कोषाध्यक्ष सोनू शाह, संयुक्त महामंत्री रत्नेश मिश्र, दीपक शुक्ला, संगठन मंत्री पप्पू यादव, सिद्धार्थ सेन, आनंद कुमार, सूरज कंसारी, ज्योतिष राज, शिव कुमार पंडित, भावेश, हरिओम, रितेश कुमार, चंदन कुमार, राहुल कुमार, राकेश कुमार, जय किशोर सहित दर्जनों डिप्लोमा इंजीनियर उपस्थित थे.