एक बार फिर लगा बैंकिंग पर चुनावी ग्रहण

लोकसभा के चुनाव के समय भी हुआ था विलंब बोकारो : लोकतंत्र के महापर्व में बैंकिंग सेक्टर के बुरे दिन आने वाले हैं. बैंकिंग सेक्टर पर चुनावी ग्रहण लग गया है. असर बैंकिंग योजनाओं की गति पर होने वाला है. दरअसल हर तिमाही होने वाली जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक को चुनाव के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2019 3:06 AM

लोकसभा के चुनाव के समय भी हुआ था विलंब

बोकारो : लोकतंत्र के महापर्व में बैंकिंग सेक्टर के बुरे दिन आने वाले हैं. बैंकिंग सेक्टर पर चुनावी ग्रहण लग गया है. असर बैंकिंग योजनाओं की गति पर होने वाला है. दरअसल हर तिमाही होने वाली जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक को चुनाव के कारण टाल दिया गया है. 2019 में यह दूसरा मौका है, जब बैठक को टाला गया है. इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान यह कदम उठाना पड़ा था.

वित्तीय वर्ष 2019 में अभी तक जिला समन्वय समिति की बैठक एक बार ही हुई है. वह भी निर्धारित समय से तीन माह की देरी से. जबकि, अभी तक दो बैठक हो जानी चाहिए थी. बैंक अधिकारियों की माने तो जिला प्रशासन से बैठक के संबंध में तिथि निर्धारण की बात कही गयी थी. लेकिन, आचार संहिता के कारण बैठक टाल दी गयी.

नयी सरकार निर्धारित करेगी बैंकिंग योजना की रफ्तार : बैंक अधिकारियों की माने तो अब 26 दिसंबर के बाद ही समिति की बैठक की तिथि निर्धारित करेगी. 23 दिसंबर को चुनाव का परिणाम घोषित होगा. मतलब, अब नयी सरकार ही बैंकिंग योजनाओं की रफ्तार तय करेगी. अब इतना तो तय माना जा सकता है कि साल में चार बार होने वाली बैठक की संख्या इस वित्तीय वर्ष कम ही रहेगी.

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