देश-विदेश से सवा लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे लुगुबुरु
ललपनिया/महुआटांड़ : ललपनिया स्थित लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ में संतालियों का दो दिवसीय राजकीय महोत्सव 19वां अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन सोमवार से शुरू हुआ. सम्मेलन में भाग लेने रविवार की सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. सोमवार को शाम साढ़े चार बजे तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंच चुके थे. सोमवार को […]
ललपनिया/महुआटांड़ : ललपनिया स्थित लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ में संतालियों का दो दिवसीय राजकीय महोत्सव 19वां अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन सोमवार से शुरू हुआ. सम्मेलन में भाग लेने रविवार की सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. सोमवार को शाम साढ़े चार बजे तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंच चुके थे.
सोमवार को नेपाल से 20 और बांग्लादेश से 12 श्रद्धालुओं का जत्था पहुंचा. असम, ओड़िसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, सिक्किम आदि राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और सिलसिला जारी है. शाम लगभग बजे तक 50 हजार से अधिक श्रद्धालु लुगुबुरु गुफा में पूजा करने के लिए पहाड़ी की चढ़ाई शुरू कर चुके थे.
मुख्य सम्मेलन आज, आयेंगीं राज्यपाल : मुख्य सम्मेलन दोरबार चट्टानी में कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को होगा. मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू होंगी. वह 1:55 बजे हेलीकॉप्टर से ललपनिया आयेंगी. दो बजे सम्मेलन स्थल पहुंचेंगी. तीन बजे वापस राजभवन के लिए प्रस्थान करेंगीं.
राज्यपाल के दौरे को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं. एसपी लगातार सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं. डीडीसी रवि रंजन मिश्रा और एसडीएम प्रेम रंजन सोमवार की शाम को महोत्सव स्थल पहुंचे. पूजा स्थल का भ्रमण कर 12 नवंबर को राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर व्यवस्था की जानकारी ली. बीडीओ मोनी कुमारी व सीओ ओम प्रकाश मंडल से तैयारी के बारे में बात की.
सेल्फी प्वाइंट का रहा आकर्षण : सम्मेलन स्थल में प्रशासन की ओर से मतदान जागरूकता अभियान के तहत लगाया गया सेल्फी प्वाइंट लोगों के आकर्षण में रहा. बड़ी संख्या में लोग यहां सेल्फी लेते दिखे. इसके अलावा मतदान जागरूकता को लेकर कई होर्डिंग्स और बैनर भी लगाये गये हैं.
दिखी परंपरा की छटा
सम्मेलन में श्रद्धालु ड्रेस कोड का पालन करते हुए शरीक हो रहे हैं. अलग-अलग राज्यों से आने के बावजूद परंपरा और संस्कृति के मेल का शानदार नजारा दिखा. नाचते-गाते, हवा में चांवर व मोर पंख को लहराते और सखुआ का दारी व पत्ते लिये संतालियों का आगमन उनकी परंपरा दिखा रहे थे. युवा वर्ग भी इसमें भागीदारी करते दिखा.
बाबा का दर्शन कर धन्य हुआ : गणेश
ललपनिया. अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन में पहले दिन सोमवार को राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के दामाद गणेश कुमार मुर्मू पहुंचें. उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए महान पूज्य स्थल है. लुगू बाबा का दर्शन कर धन्य हो जाते हैं. काफी समय से यहां आने की इच्छा थी, यह आज पूरी हो गयी. यह क्षेत्र बहुत सुंदर है.
खचाखच भर गये पार्किंग स्थल
सम्मेलन के पहले दिन ही पार्किंग स्थल वाहनों से खचाखच भर गये. कोदवाटांड़ दुर्गा मंदिर परिसर व उसके बाहर का एरिया बिल्कुल भर चुका था. एफ टाइप आवासीय परिसर की चहारदीवारी के अंदर भी पार्किंग भर चुकी थी. जबकि, अन्य चार-पांच जगहों पर आधा से अधिक एरिया भर गये थे. अनुमान के मुताबिक, करीब तीन हजार से अधिक वाहन आ चुके थे. इसमें करीब 500 वॉल्वो बसें थीं.
व्यवस्था में जुटे हैं प्रशासन व समिति के लोग
स्थानीय प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पहाड़ी मार्ग के समीप पीने का पानी का स्टाल लगाया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा नि:शुल्क मेडिकल कैंप लगाया गया है. आयोजन समिति के पदाधिकारी व सदस्य, वोलेंटियर्स और प्रशासन के लोग व्यवस्था को सुचारु रखने में जुटे हैं. चौक-चौराहों, मेला परिसर तथा पार्किंग एरिया में पुलिस बल तैनात है.
उपायुक्त मुकेश कुमार व एसपी पी मुरुगन लगातार निगरानी कर रहे हैं. अपर समाहर्ता विजय कुमार गुप्ता, एसडीओ बेरमो प्रेम रंजन, एसडीपीओ अंजनी अंजन, इंस्पेक्टर सुजीत कुमार, बीडीओ गोमिया मोनी कुमारी, सीओ ओमप्रकाश मंडल, सीआइ सुरेश प्रसाद बर्णवाल, जीएम टीटीपीएस घनश्याम कुमार, डीजीएम अशोक प्रसाद आदि कैंप किये हुए हैं और श्रद्धालुओं के लिए सुविधा व्यवस्था और सुरक्षा का जायजा लेते रहे.
एसपी ने मंच का मुआयना करते हुए आवश्यक सुधार कराया. सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. ललपनिया, महुआटांड़ आदि के थाना प्रभारी विधि-व्यवस्था को लेकर जुटे हुए हैं. सोमवार की शाम को गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद भी पहुंचे और दोरबार चट्टानी का मुआयना किया.
आयोजन समिति के अध्यक्ष बबुली सोरेन, सचिव लोबिन मुर्मू, उपाध्यक्ष बाहाराम मांझी, कोषाध्यक्ष सतीशचंद्र मुर्मू, उपसचिव मिथिलेश किस्कू, कार्यालय सचिव जयराम हांसदा, दशरथ मार्डी, शिवराम हांसदा, मंझला मुर्मू, संझला मुर्मू, मेघराज मुर्मू, सेवाराम हांसदा, रजिलाल सोरेन, दिलीप मरांडी, रॉयल हांसदा, सुखराम, बुधन, विपुल, अंजन, सोनाराम, कालिदास, लालजी मांझी आदि भी व्यवस्था में लगे हैं.