जवाहर लाल नेहरू ने देखा था बोकारो स्टील प्लांट का सपना
1973 में सेल के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी बनी थी बीएसएल बोकारो : आधुनिक भारत के निर्माता देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ही बोकारो स्टील प्लांट का सपना देखा था. आज बीएसएल सेल की एक महत्वपूर्ण इकाई बन गयी है. 14 नवंबर यानी पंडित नेहरू का जन्मदिन ऐसे में बीएसएल व […]
1973 में सेल के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी बनी थी बीएसएल
बोकारो : आधुनिक भारत के निर्माता देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ही बोकारो स्टील प्लांट का सपना देखा था. आज बीएसएल सेल की एक महत्वपूर्ण इकाई बन गयी है. 14 नवंबर यानी पंडित नेहरू का जन्मदिन ऐसे में बीएसएल व बोकारो की चर्चा समसामियक है. बीएसएल सहित बोकारो में 14 नवंबर को कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
सेक्टर-05 पत्थरकटटा चौक स्थित पंडित नेहरू की आदमकद प्रतिमा की बीएसएल प्रबंधन की ओर से सजावट की गयी है. बीएसएल प्रबंधन की ओर से सेक्टर-04 में 127 एकड़ में ‘पंडित जवाहर लाल नेहरू जैविक उद्यान’ की स्थापना की गयी है. पार्क में प्रवेश करते ही आपको पंडित नेहरू की आकर्षक आदमकद प्रतिमा देखने को मिल जायेगी. यहां ढाई सौ से अधिक पशु-पक्षी है.
बोकारो इस्पात कारखाने की स्थापना 29 जनवरी 1969 को एक लिमिटेड कंपनी के तौर पर हुआ था. 24 जनवरी 1973 को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) बनने पर बीएसएल सेल के पूर्ण स्वामत्वि वाली कंपनी बनी. 01 मई 1978 को सार्वजनिक क्षेत्र लौह एवं इस्पात कंपनियां (पुनर्गठन व विविध प्रावधान) अधिनियम 1978 के अंतर्गत इसका सेल में विलय हो गया.