गोवर्धन का तात्पर्य है गाय का वर्द्धन : हंसानंद
फुसरो : फुसरो नप क्षेत्र की ढोरी बस्ती के राजा बंगला ग्राउंड में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन रविवार की रात भी स्वामी हंसानंद गिरि जी महाराज का प्रवचन हुआ. इस दौरान स्वामी हंसानंद गिरि जी महाराज ने भगवान कृष्ण के बाल चरित्र वर्णन के क्रम में गोवर्धन पर्वत की […]
फुसरो : फुसरो नप क्षेत्र की ढोरी बस्ती के राजा बंगला ग्राउंड में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन रविवार की रात भी स्वामी हंसानंद गिरि जी महाराज का प्रवचन हुआ. इस दौरान स्वामी हंसानंद गिरि जी महाराज ने भगवान कृष्ण के बाल चरित्र वर्णन के क्रम में गोवर्धन पर्वत की पूजा, भगवान के मथुरा गमन, कंस वध और विवाह का प्रसंग सुनाया. श्री हंसानंद जी ने कहा कि गोवर्धन का तात्पर्य है गाय का वर्द्धन करना. भगवान कृष्ण का पूरा जीवन गाय पर समर्पित था और भगवान ने यदि कंस को मारा तो उसके पीछे का कारण भी गाय ही था.
कंस गौ घाती था, इसलिए भगवान ने कंस का वध किया. कथा आयोजक को सफल बनाने में किशोर महतो, रवि महतो, कपिल महतो, अमन रवि, विनोद महतो, गोपाल महतो, सोनू, प्रकाश महतो, नकुल महतो, रोशन, राज, सूरज आदि सक्रिय योगदान दे रहे है. कथा नौ दिसंबर तक होगी.
गायत्री महायज्ञ को लेकर जरीडीह बस्ती में बैठक
गांधीनगर. गायत्री परिवार की बैठक रविवार को जरीडीह बस्ती स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर में हुई. बैठक में अगले वर्ष 21 से 24 फरवरी तक 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ कराने का निर्णय लिया गया. यज्ञ की तैयारी को लेकर बैठक में विचार-विमर्श किया गया.
मौके पर गायत्री शक्ति पीठ के बैजनाथ, मुकेश मिश्रा, गंगाधर मांझी, डीके महतो, डेगलाल महतो, नंदू विश्वकर्मा, रघुनंदन वर्णवाल, दामोदर गुप्ता, लक्ष्मी बर्नवाल, लालजी महतो, पूरण महतो, मनोज विश्वकर्मा, माला सिन्हा, अनिता देवी, तिलोत्तमा देवी आदि उपस्थित थे.