कांग्रेस की वजह से देश में घुसपैठियों का कब्जा
चास : कांग्रेस की वजह से भारत में लाखों घुसपैठियों का कब्जा है. घुसपैठियां भारतीय संसाधनों पर भी कब्जा जमाये हुए है. देश के भीतर रहकर यह घुसपैठिये आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इसे रोकने की जरूरत है. यह कहना है भाजपा के पूर्व झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय का. वह गुरुवार […]
चास : कांग्रेस की वजह से भारत में लाखों घुसपैठियों का कब्जा है. घुसपैठियां भारतीय संसाधनों पर भी कब्जा जमाये हुए है. देश के भीतर रहकर यह घुसपैठिये आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इसे रोकने की जरूरत है. यह कहना है भाजपा के पूर्व झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय का.
वह गुरुवार को धर्मशाला मोड़ स्थित मारवाड़ी पंचायत भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सेवा संस्थान की ओर से सीएए, एनआरसी व एनपीआर के समर्थन में आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. कहा कि भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में 30 फीसदी हिंदू थे.
जो आज की तारीख में एक फीसदी हो गये है. बाकी कहां गये, इस सवाल का जवाब कांग्रेस कभी नहीं देती है. दूसरी तरफ भारत में दो फीसदी मुसलमान थे, जो अब 22 फीसदी हो गयी. इसपर कांग्रेस व वामपंथी चुप क्यों हैं. देश में ही दंगा भड़काने वाले लोग क्यों नहीं बताते हैं कि समाज में कौन सहिष्णु है और कौन असहिष्णु है. कहा कि संकट का एक मात्र समाधान सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का उदय है.
देश के लिए कानून जरूरी : मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के झारखंड कार्यवाहक राकेश लाल ने कहा कि राष्ट्र की अखंडता बनाये रखने व पुन: विभाजन से बचाने के लिए यह कानून आवश्यक है. देश को पुन: जेहादी शक्तियां अर्बन नक्सल के साथ मिलकर अशांत व भ्रमित करने में लगी है. इससे देश को कमजोर करने का साजिश रची जा रही है. इसे रोकने के लिए देशभक्तों को एक होने की जरूरत है.
भारतीय मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं : बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि सीएए व एनपीआर से किसी भारतीय मुसलमान को परेशान होने की जरूरत नहीं है. इससे सिर्फ शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है, जो महात्मा गांधी का सपना था. कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज कुमार उपाध्याय व संचालन संस्थान के अध्यक्ष कृष्णा राय ने किया.
मौके पर मनोज कुमार, जितेंद्र तिवारी, कृष्णा केवट, विक्की पांडेय, भैया आरएन ओझा, राजा पंडित, केसी झा, अजित महतो, गिरीश सिंह, रामवचन सिंह, सत्यदेव तिवारी, त्रिलोकी सिंह, बिनोद सिंह, संतोष ठाकुर, रमेश मिश्रा, हरेराम मिश्रा, यूसी दुबे, अभय मुन्ना, अनिल कुमार, मुकेश सिंह, शंकर मिश्रा, दिलीप सिंह, गौरी शंकर, आशीष शर्मा, महादेव मोदी आदि मौजूद थे.