– लोहे की पतली रॉड लगाकर हो रही है एटीएम में सेंधमारी
सीपी सिंह, बोकारो
बैंक प्रबंधन धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक्सपर्ट जितना दिमाग लगा रहे हैं, उससे कहीं अधिक दिमाग साइबर अपराधी लगा रहे हैं. बैंक के करोड़ों रुपये के प्रबंधन के ऊपर अपराधियों का छोटा सा लोहे का रॉड भारी पड़ रहा है. अपराधी लोहे के रॉड से एटीएम को कुछ पल के लिए कब्जे में लेकर पैसे की निकासी कर रहे हैं. ऐसे कामों के लिए अपराधी अलग-अलग एटीएम कार्ड के क्लोन का प्रयोग कर रहे हैं. 13 फरवरी से 17 फरवरी तक 72000 रुपये की निकासी की गयी है. यह राशि सिर्फ अनुमानित है, रकम इससे कहीं बड़ी हो सकती है.
इस संदर्भ में पंजाब नेशनल बैंक के बोकारो, रांची, देवघर व धनबाद जिला के विभिन्न एटीएम सेंटर से जो वीडियो सामने आया है, वह अपराधियों के दिमाग व हिम्मत को दर्शाता है. सभी वारदात दिन के उजाले में किये गये हैं. सबसे बड़ी बात यह कि बोकारो का सबसे अधिक सुरक्षित माने जाने वाला डीसी ऑफिस के समीप स्थित पीएनबी के एटीएम सेंटर में भी अपराधियों ने हाथ साफ करने की कोशिश की है. कोशिश 13 फरवरी 2020 को हुई है. इस मामले में पीएनबी बोकारो सर्किल कार्यालय की ओर से सिटी थाना में मामला दर्ज कराया गया है.
बोकारो में बारी कॉपरेटिव स्थित पीएनबी के एटीएम सेंटर में अपराधी पैसा निकासी करने में सफल हो गये. यहां 16 फरवरी को अपराधियों ने कार्ड संख्या N6121000 से सुबह आठ बजकर एक मिनट पर नौ हजार रुपये निकाल लिये. इसके अलावा सेक्टर पांच स्थित पीएनबी स्टाफ कॉलोनी स्थित एटीएम से भी दस हजार निकाला गया. यहां कार्ड संख्या N8121000 से निकासी की गयी.
सीसीटीवी के वीडियो के आधार पर चार अपराधी घटना को अंजाम दे रहे हैं. तीन अपराधी एटीएम सेंटर के अंदर कारनामा करता है, वहीं चौथा बाहर से देखरेख करता है. इस दौरान अपराधी ना तो चेहरा ढंकते हैं, ना ही अन्य तरीका से चेहरा छिपाने की कोशिश करते हैं.
बोकारो के अलावा धनबाद के कतरास बाजार में 14 फरवरी को दस हजार रुपये की निकासी कार्ड संख्या N2663200 से की गयी. इसी दिन कतरास बाजार स्थित आईओसीएल पेट्रोल पंप स्थित एटीएम से दस हजार रुपये की निकासी कार्ड संख्या N5151500 से की गयी. वहीं देवघर में 17 फरवरी को सावित्री कॉम्पलेक्स स्थित एटीएम सेंटर से कार्ड संख्या N3410900 से दो बार में 20 हजार रुपये निकाले गये. इसी दिन मानसिंघि तालाब स्थित एटीएम से कार्ड संख्या N4410900 से 13 हजार रुपये निकाले गये. रांची के बरियातु व मोहराबादी सेंटर में भी ऐसी कोशिश हुई है.
ऐसे होता है खेल
क्लोन किये गये एटीएम कार्ड से पहले सभी प्राथमिक प्रोसेस एटीएम में किया जाता है. जैसे ही कैसेट से पैसा बाहर निकलता है, अपराधी कैसेट में लोहा का रॉड डाल देते हैं. इससे पैसा तो निकल जाता है, लेकिन सिस्टम ब्लॉक हो जाता है. इससे अपराधी को पैसा तो मिल जाता है, लेकिन जिस ग्राहक का एटीएम क्लॉन होता है उसे सूचना नहीं मिलती है. सिस्टम ब्लॉक हो जाने के कारण ग्राहक के अकाउंट से पैसा भी नहीं कटता. लेकिन, बैंक व एटीएम सेंटर में पैसा डालने वाली कंपनी को नुकसान उठाना पड़ता है.
मामला संजीदा पुलिस को फौरन एक्शन लेनी चाहिए : सिक्योरिटी ऑफिसर
पीएनबी बोकारो व रांची सर्किल के सिक्योरिटी ऑफिसर दीपक राम ने इस संबंध में रांची के सिटी एसपी सौरभ कुमार, बोकारो एसपी पी मुरूगन, धनबाद एसपी व देवघर पुलिस को सूचना दी है. रविवार को पीएनबी बोकारो सर्किल हेड राजेश अरोड़ा ने बोकारो एसपी को मौखिक सूचना व सोमवार को लिखित मामला दर्ज कराया है. सिक्योरिटी ऑफिसर श्री राम ने बताया : इंडियन ऑवरसीज बैंक व बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में भी ऐसे मामले आये हैं. संबंधित बैंक के सिक्योरिटी ऑफिसर से इस संबंध में जानकारी मिली है. कहा : मामला संजीदा है, पुलिस प्रशासन को फौरन इस संबंध में एक्शन लेना चाहिए.
एटीएम बंद करने की नौबत
सिक्योरिटी ऑफिसर श्री राम ने बताया : मामला इतना गंभीर है कि जिस एटीएम में यह खेल हो रहा है, वहां कुछ दिनों तक एटीएम बंद करने की नौबत आ जा रही है. मशीन के सेंसर वगैरह में परेशानी आ रही है. तकलीफ आम आदमी को हो रहा है. इस मामले में गया (बिहार) के एक एटीएम को ब्लॉक भी कराया गया है. जो मामले आये हैं, उसके आधार पर रकम की गणना हो रही है. ना जाने कितने ऐसे मामले सामने नहीं आये हैं.