बोकारो की स्टील वुमेन डॉ हेमलता एस मोहन फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं में शामिल
– सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र की अध्यक्ष है डॉ हेमलता – डीपीएस-चास की चीफ मेंटर भी हैं डॉ हेमलता एस मोहन सुनील तिवारी, बोकारो बोकारो की ‘स्टील वुमेन’ डॉ हेमलता एस मोहन फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं की सूची में शामिल हुई हैं. फेम इंडिया मैगजीन और एशिया पोस्ट सर्वे ने 25 सशक्त […]
– सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र की अध्यक्ष है डॉ हेमलता
– डीपीएस-चास की चीफ मेंटर भी हैं डॉ हेमलता एस मोहन
सुनील तिवारी, बोकारो
बोकारो की ‘स्टील वुमेन’ डॉ हेमलता एस मोहन फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं की सूची में शामिल हुई हैं. फेम इंडिया मैगजीन और एशिया पोस्ट सर्वे ने 25 सशक्त महिलाओं की आधिकारिक सूची की घोषणा इस सप्ताह की है. 25 सशक्ति महिलाओं के फेम इंडिया-एशिया पोस्ट की ओर से सामाजिक स्थिति, प्रभाव, छवि, उद्देश्य व प्रयास जैसे दस मानदंडों पर किये गये सर्वे में डॉ हेमलता एस मोहन प्रमुख स्थान पर रहीं.
सर्वे में देशभर से विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की राय ली गयी. सशक्त महिला के इस सर्वे में फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट ने नॉमिनेशन में आये सैकड़ों नामों को विभिन्न मानदंडों पर कसा. सर्वे में सामाजिक स्थिति, प्रभाव, प्रतिष्ठा, व्यवस्था पर प्रभाव, छवि, उद्देश्य और प्रयास जैसे दस मानदंडों को आधार बनाकर किये गये स्टेकहोल्ड सर्वे में 25 अलग-अलग श्रेणी में प्रमुख स्थान पर आयी 25 सशक्त महिलाओं को फेम इंडिया मैगजीन ने प्रकाशित किया है.
समाज सेवा, खेल, पत्रकारिता, राजनीति, कला, संस्कृति…
फेम इंडिया ने एशिया पोस्ट के साथ मिलकर शिक्षा, समाज सेवा, खेल, पत्रकारिता, राजनीति, कला, संस्कृति, धर्म, महिला सशक्तिकरण, नौकरशाही आदि अन्य क्षेत्रों की उन महिलाओं का सर्वे द्वारा चयन किया है, जिन्होंने बीते बरस बदलाव में उल्लेखनीय भूमिका निभायी है. शिक्षा, महिला सशक्तिकरण व संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ हेमलता एस मोहन फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं की सूची में शामिल हुई हैं.
शिक्षा को ही सशक्त समाज की बुनियाद मानती हैं डॉ हेमलता
‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाए’ की भावना से ओत-प्रोत डॉ हेमलता एस मोहन वर्तमान में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र की अध्यक्ष हैं. साथ ही डीपीएस-चास की चीफ मेंटर भी हैं. डॉ हेमलता ने शिक्षा व प्रशिक्षण को जीवन का ध्येय बनाया है. बोकारो (पूर्व निदेशक व प्राचार्या- डीपीएस बोकारो) को एजुकेशन हब बनाने में सर्वोत्तम योगदान किया. शिक्षा को संस्कृति का मूल आधार बनाने में उन्होंने अथक प्रयत्न किया.
‘जॉय ऑव गिविंग’ की संकल्पना… बच्चों का सर्वांगीण विकास
डॉ हेमलता ने ‘जॉय ऑव गिविंग’ की संकल्पना की. उनका मानना है कि बच्चों का सर्वांगीण विकास आवश्यक है और वह हमेशा इसके लिए प्रयासरत रही हैं. डॉ हेमलता एस मोहन का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक संभ्रांत परिवार में हुआ. उनके पिता मुरारी लाल शर्मा संपूर्णानंद विश्वविद्यालय, बनारस में गणित और खगोल शास्त्र के प्रख्यात प्रोफेसर थे. बनारस विश्वविद्यालय से हेमलता एस मोहन ने एलएलबी, बीएड व पीएचडी की पढ़ाई पूरी की.
39 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हैं डॉ हेमलता
39 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी डॉ हेमलता को वर्ष 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दूल कलाम के हाथों उत्कृष्ट शिक्षक के तौर पर सम्मान मिला. वर्ष 2002 में मानव संसाधन मंत्री मुरली मनोहर जोशी ने उन्हें सीबीएसइ टीचर अवार्ड के तौर पर सम्मानित किया. इसके अलावा भी उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के द्वारा सम्मान प्रदान किया गया है. उनका मानना है कि शिक्षा ऐसा माध्यम है जिसमें समाज के कई सवालों का हल छुपा है.
महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को गति दिया
डॉ हेमलता का मानना है कि सशक्त समाज की बुनियाद शिक्षा से ही संभव है. ऐसे बच्चे जो गरीबी या अन्य कारणों से शिक्षा से वंचित हो जाते हैं, उनके लिए उन्होंने ‘दीपांश शिक्षा केंद्र’ का संचालन करवाया. ऐसी महिलाएं जो शिक्षा के अभाव में आगे नहीं बढ़ सकीं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने को ‘कोशिश वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर’ की शुरुआत की. इस तरह से उन्होंने महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को गति देने का प्रयास किया.
महिलाओं को न्याय दिलाने का भरपूर प्रयास
झारखंड राज्य महिला आयोग की प्रमुख के तौर पर डॉ हेमलता ने वर्ष 2010-2013 के दौरान बखूबी अपने दायित्व का निर्वाहन किया. घरेलू हिंसा, ट्रेफिकिंग व अन्य घटनाओं से प्रभावित महिलाओं को न्याय दिलाने का भरपूर प्रयास किया. समाज में महिलाओं को सम्मान व बराबरी का दर्जा दिलाने की मुहिम की भी वे अगुआ रही हैं. डॉ हेमलता स्टील सिटी बोकारो की ‘स्टील वुमेन’ के तौर पर भी जानी जाती हैं. रेडक्रॉस सोसाइटी से वे जुड़ी रही हैं.
बोकारो के शिक्षा जगत में हर्ष का माहौल
शास्त्रीय संगीत में डॉ हेमलता सीनियर डिप्लोमा डिग्रीधारी हैं. उनके लिखे गीत ‘होगा कल सुनहरा’, ‘बढ़ता जा तू’ बच्चों में काफी लोकप्रिय है. प्रख्यात शिक्षा व संस्कृतविद डॉ हेमलता एस मोहन के फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं की सूची में शामिल होने की खबर से बोकारो के शिक्षा जगत में हर्ष का माहौल है. खासकर, डीपीएस-चास में खुशी की लहर है. शिक्षा जगत से जुड़े बोकारो के शिक्षाविदों ने डॉ हेमलता को इस उपलब्धि पर बधाई दी है.
फेम इंडिया की 25 सशक्त महिलाओं की सूची
1. भानुमती नरसिम्हन – इंटरनेशनल विमेन कांफ्रेंस की चेयरपर्सन
2. पीवी सिंधु – बैडमिंटन में विश्व की टॉप रैंकिंग में शामिल
3. रुपा झा – बीबीसी इंडिया के कई भाषाओं की हेड
4. महुआ मोइत्रा – तृणमूल कांग्रेस की सांसद
5. नवनीत राणा – महाराष्ट्र से निर्दलीय सांसद
6. स्वाति मालीवाल – दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष
7. रूहानी सिस्टर्स – कला क्षेत्र की जानी-मानी
8. मल्लिका नड्डा – हिमाचल प्रदेश में समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय
9. रुबिका लियाकत – एबीपी न्यूज की एंकर
10. सीमा राज – वरिष्ठ आईआरएस ऑफिसर
11. सोनिया सिंह – राज्यसभा टीवी की बिजनेस जर्नलिस्ट
12. सोनल गोयल – कर्मठ आईएएस अधिकारी
13. डॉ हेमलता एस मोहन – प्रख्यात शिक्षा एवं संस्कृतविद
14. सीमा समृद्धि – सुप्रीम कोर्ट की मजबूत छवि वाली वकील
15. शिवांगी – देश की पहली नौसेना लेफ्टिनेंट
16. डॉ बरखा वर्षा – बाल कल्याण और महिला सशक्तिकरण
17. तान्या शेरगिल – भारतीय सेना की कैप्टन
18. योगिता भयाना – प्रख्यात समाजसेवी व पीपुल्स अगेंस्ट रेप इन इंडिया मूवमेंट की जनक
19. शीला ईरानी – पुलिस सर्विसेज से पटना नगर निगम की अपर आयुक्त
20. निशि सिंह – नाद फाउंडेशन की फाउंडर
21. सारिका बहेती – जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाली
22. कुमुद सिंह – मैथिली के पहले ई पेपर-ईसमाद की संपादक
23. डॉ मानसी द्विवेदी – कवयित्री
24. डॉ. शिखा रानी – चिकित्सा, समाजसेवा और साहित्य से जुड़ी