profilePicture

खुदा भी आसमां से जब जमीं पर..

बोकारो: बेस लाइन फाउंडेशन की ओर से सेक्टर 4 मजदूर मैदान में आयोजित दस दिवसीय पुस्तक मेला (5 से 14 सितंबर) में बीती शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2014 4:08 AM

बोकारो: बेस लाइन फाउंडेशन की ओर से सेक्टर 4 मजदूर मैदान में आयोजित दस दिवसीय पुस्तक मेला (5 से 14 सितंबर) में बीती शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ.

इसमें अरुण पाठक ने प्रेम, खुशी, गम, उल्लास जैसी भावनाओं को अभिव्यक्त करते फिल्मी गीतों अपनी आंखों में बसाकर.., चाहूंगा मैं तुङो सांझ सवेरे.., तौबा ये मतवाली चाल़.., जाने कहां गये वो दिऩ.., माई री मैं कासे कहूं.., कोई परदेसी आया परदेस.., खुदा भी आसमां से.. सुरीली प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिये.

दिलकश धुनों ने बांधी समां : गिटारवादक स्वराज राय ने इलेक्ट्रिक गिटार पर कल चौदहवीं.., होठों से छू लो.., जीना यहां मरनां..आदि गीतों की धुनें सुनायीं. सुरेंद्र प्रसाद ने प्रसिद्घ गीतकार नीरज की एक रचना धीरे-धीरे बात करो प्यार से.. की प्रस्तुति की. हारमोनियम पर बब्बनजी विश्वकर्मा, तबले पर मंटू बाबू व सुधांशु मंडल व गिटार पर स्वराज कुमार राय ने संगति की. डॉ एलके ठाकुर, डॉ आनंद प्रकाश, बीके सिंह, अधिवक्ता मनोज कुमार, मेला संयोजक आशीष रंजन दीक्षित, सुरेन्द्र प्रसाद, मुकेश कुमार, मनोज कुमार, वरुण कुमार, सुमन कुमार मिश्र उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version