खदानों का नवीकरण नहीं करना देशद्रोह

बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र देश के विकास का स्तंभ है. यह जानते हुए भी झारखंड सरकार ने माइंस ओर के खनन के लिए खदानों का नवीकरण नहीं किया है. इससे कृत्रिम संकट उत्पन्न हो रहा है. खदानों का नवीकरण नहीं करना देशद्रोह की श्रेणी में आता है. नवीकरण में बाधा उत्पन्न करने के लिए राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2014 4:10 AM

बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र देश के विकास का स्तंभ है. यह जानते हुए भी झारखंड सरकार ने माइंस ओर के खनन के लिए खदानों का नवीकरण नहीं किया है. इससे कृत्रिम संकट उत्पन्न हो रहा है. खदानों का नवीकरण नहीं करना देशद्रोह की श्रेणी में आता है. नवीकरण में बाधा उत्पन्न करने के लिए राज्य सरकार को महामहिम राष्ट्रपति बरखास्त करें. नवीकरण कराने में असफल अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो. साथ ही, महामहिम राष्ट्रपति अपने विशेष अधिकार का उपयोग करते हुए एक्सप्रेस ऑर्डर के तहत खनन का आदेश जारी करें. यह कहना चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक का है. वह सोमवार को सेक्टर चार स्थित गांधी चौक के समीप आयोजित एक दिवसीय धरना को संबोधित कर रहे थे.

एक तिहाई मैन पावर से काम : सेक्टर चार स्थित गांधी चौक के समीप अखिल झारखंड श्रमिक संघ की ओर से सोमवार को एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया.

अध्यक्षता मुख्य अतिथि चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक ने की व संचालन आजसू के जिलाध्यक्ष साधु शरण गोप ने किया.

मौके पर इस्पात कर्मियों, ठेका मजदूरों के विभिन्न मांगों के साथ-साथ बोनस की मांग भी बीएसएल प्रबंधन से की गयी. मुख्य अतिथि श्री रजक ने कहा : बीएसएल के विस्तार व विकास में प्रबंधन के साथ-साथ एनजेसीएस यूनियन भी मुख्य रूप से जिम्मेवार है. एक तिहाई मैन पावर से काम चलाने का प्रयास हो रहा है. प्रमुख कार्य स्थलों पर अधिकांश अकुशल मजदूर ही काम कर रहे हैं. इससे कार्य के गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. साथ ही कार्य भी प्रभावित हो रहा है. प्लांट की उत्पादकता क्षमता घटी है. इसका भी ख्याल प्रबंधन को रखना चाहिए.

पुरानी स्कीम में बदलाव की मांग : श्री गोप ने इस्पात कर्मियों के साथ-साथ ठेका मजदूरों के 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस सहित अन्य मांग पर जोर दिया. मजदूर हित में प्रबंधन को पुरानी स्कीम में बदलाव करना चाहिए. विस्थापितों को चतुर्थ वर्ग में नियोजन मिले. ठेका मजदूरों की समस्याओं का समाधान सहित अन्य मामलों पर भी चर्चा की गयी. मौके पर जमाल अंसारी, कालाचांद महतो, एलएम गोप, एके विश्वास, गंगाधर गोप, शंभु शरण सुधांशु, जर्नादन महतो, एसके यादव, घनश्याम गोप, सुभाष सिंह, देवाशीष सिंह, सहदेव साव, मनोहर गोप, डीगू कर्मकार, त्रिलोकी गोप, सुभाष दास, हजारी सिंह, एनके चौधरी, सत्यनारायण गोप आदि मौजूद थे.

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