दिल को छू जाती है वफादारी
– बोकारो में हैं पांच हजार पालतू कुत्ते– जानवरों पर सालाना 18 करोड़ होता है खर्चबोकारो : फिल्म ‘तेरी मेहबानियां’ में कुत्ते की वफादारी दिल को छू जाती है. वफादारी हर किसी को पसंद है. शायद यही वजह है कि बोकारो के लोग जानवरों के प्रति काफी संजिदा हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया […]
– बोकारो में हैं पांच हजार पालतू कुत्ते
– जानवरों पर सालाना 18 करोड़ होता है खर्च
बोकारो : फिल्म ‘तेरी मेहबानियां’ में कुत्ते की वफादारी दिल को छू जाती है. वफादारी हर किसी को पसंद है. शायद यही वजह है कि बोकारो के लोग जानवरों के प्रति काफी संजिदा हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां करीब पांच हजार पालतू कुत्ते हैं.
एक सर्वे के अनुसार इन कुत्तों पर करीब 18 करोड़ रुपये सालाना खर्च होते हैं. बोकारो के लोग मेट्रो कल्चर को तरजीह देते हैं. घर में कई-कई गाड़ियां, सैर सपाटे का शौक, रेस्टोरेंट कल्चर के अलावा पालतू जानवरों का शौक भी व्यक्तित्व में चार चांद लगाता है. हालांकि कुत्ता पालना शौक से ज्यादा अब जरूरत बन गयी है.
पालतू जानवरों को लेकर घूमना या घुमाना (खासकर कुत्ता) यहां के लोगों की दिनचर्या में शामिल हैं. इसके अपने फायदे हैं. लोगों का मानना है कि जीवन एकाकी होता जा रहा है. पालतू जानवर का साथ होने से लोगों में प्रेम व अपनेपन की भावना बढ़ती है.
– डॉ अनुज कुमार –