प्रदूषण से त्रस्त है कोयलांचल की जनता

ओवरलोडिंग पर नहीं है अधिकारियों का जोरबेरमो फोटो जेपीजी 15-1 धूलकणसंवाददाता, बेरमो बेरमो कोयलांचल की जनता वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण से त्रस्त है. यहां वाहनों में कोयला व छाई की ओवरलोडिंग की जाती है, और ये गाडि़यां छाई का धूल कण सड़क पर गिराते चलते हैं. गौरतलब है कि छाई ढुलाई के लिए कंटेनर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2014 7:01 PM

ओवरलोडिंग पर नहीं है अधिकारियों का जोरबेरमो फोटो जेपीजी 15-1 धूलकणसंवाददाता, बेरमो बेरमो कोयलांचल की जनता वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण से त्रस्त है. यहां वाहनों में कोयला व छाई की ओवरलोडिंग की जाती है, और ये गाडि़यां छाई का धूल कण सड़क पर गिराते चलते हैं. गौरतलब है कि छाई ढुलाई के लिए कंटेनर का इस्तेमाल करने निर्देश दिया जा चुका है, लेकिन छाई ट्रांसपोर्टर ने नियमों को धता बताते हुए कंटेनर के नाम पर महज टीना व चदरा का ढक्कन बना कर काम चलाया.विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं 90 फीसदी लोगबेरमो कोयलांचल में कई तरह के प्रदूषण के कारण लगभग 90 फीसदी लोग किसी न किसी रोग से ग्रस्त हैं. सर्वाधिक संख्या आंख, हृदय व फेफड़े के रोगियों की है. इसके अलावा पेट, त्वचा व अन्य तरह की बीमारियों से भी लोग जूझ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि गत वर्ष दिल्ली से आये चिकित्सकों द्वारा लगाये गये नेत्र जांच शिविर में 99 फीसदी लोग आंखों में सूजन तथा अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाये गये थे.विवश हैं क्षेत्र के लोगकोयलांचल के लोगों का कहना है कि प्रदूषण के कारण हम लोग परेशान हैं, लेकिन इस पर रोक लगाने में जब अधिकारी व नेता नाकाम साबित हो रहे हैं तो हमारी क्या बिसात है. कहा : आम लोग समय-समय पर इसके खिलाफ शोर मचाते रहते हैं, लेकिन छाई-प्रदूषण को तो अब जैसे हमारी जिंदगी का हिस्सा बना दिया गया है.

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