गरीब छात्रों के सपने पर लगा ग्रहण

बोकारो: आइआइटी के नये फरमान से छात्र-अभिभावक परेशान हैं. संस्थानों में छात्रों से काउंसेलिंग के पूर्व 60 हजार रुपये की फीस ली जा रही है. इससे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के सपना पर ग्रहण लग गया है, जो छात्र एजुकेशन लोन पर पूर्णत: आश्रित है, उन्हें काफी मुश्किल आ रही है. कारण, बैंक काउंसेलिंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:56 PM

बोकारो: आइआइटी के नये फरमान से छात्र-अभिभावक परेशान हैं. संस्थानों में छात्रों से काउंसेलिंग के पूर्व 60 हजार रुपये की फीस ली जा रही है.

इससे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के सपना पर ग्रहण लग गया है, जो छात्र एजुकेशन लोन पर पूर्णत: आश्रित है, उन्हें काफी मुश्किल आ रही है. कारण, बैंक काउंसेलिंग के बाद ही ऋण देते हैं. आइआइटी के इतिहास में पहली बार काउसंलिंग से पहले इतनी बड़ी राशि फीस ली जा रही है.

ब्रांच व कॉलेज का पता नहीं, पैसा पहले : इस बार काउंसेलिंग के पूर्व 60 हजार रुपया फीस लिया जा रहा है. जबकि छात्र को इस बात की जानकारी नहीं है कि उसे कौन-सा कॉलेज व कौन-सा ब्रांच मिलेगा. लेकिन, पैसा पहले जमा करना है. इससे छात्र व अभिभावकों में असंतोष व्याप्त है.

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