चार दिसंबर से लापता हैं राष्ट्रपति पदक विजेता डॉ चंदेश्वर
बोकारो. राष्ट्रपति पदक विजेता पूर्व कप्तान डॉ चंदेश्वर चौधरी का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पा रहा है. सीतमढ़ी जिला के पुपरी थाना अंतर्गत डुमहारपट्टी निवासी डॉ चौधरी 04 दिसंबर को 17007 ट्रेन में हैदराबाद से दरभंगा लौटने के क्र म में बोकारो स्टेशन पर हड़बड़ी में उतर जाने के बाद गुम हो गये हैं. […]
बोकारो. राष्ट्रपति पदक विजेता पूर्व कप्तान डॉ चंदेश्वर चौधरी का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पा रहा है. सीतमढ़ी जिला के पुपरी थाना अंतर्गत डुमहारपट्टी निवासी डॉ चौधरी 04 दिसंबर को 17007 ट्रेन में हैदराबाद से दरभंगा लौटने के क्र म में बोकारो स्टेशन पर हड़बड़ी में उतर जाने के बाद गुम हो गये हैं. इस मामले में उनके परजिनों ने बोकारो व दरभंगा जीआरपी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी है. 85 वर्षीय पूर्व कप्तान चितकबरा हरे रंग का (मिलिट्री) जैकेट व सफेद पैजामा पहने है. उनकी लंबाई पांच फुट 10 इंच व रंग गोरा है. वह अंगरेजी ज्यादा बोलते हैं. भारत-चीन की 1962 की लड़ाई व भारत-पाकिस्तान 1971 की लड़ाई भी लड़ चुके डॉ चौधरी को कर्तव्यनिष्ठा की ख्याति के कारण राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कारों के अलंकरण से विभूषित भी किया जा चुका है. उन्हें 12 मेडल और तीन स्टार मिले हैं. वृद्ध हो चुके पूर्व कप्तान को यादाश्त संबंधी बीमारी है. कप्तान चंदेश्वर का कोई सुराग नहीं मिलने के कारण उनके नाती मृगांक विभु व हिमांशु कई बार बोकारो एसपी जितेंद्र सिंह से बात कर चुके है. हिमांशु ने लोगों से अपील की है कि देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर चुके पूर्व कप्तान को कही भी देखे जाने पर 7079249589, 09999675667, 09158414153 पर सूचना जरूर दें.