बागान में गये बिना नहीं होती दिन की शुरुआत..

बोकारो: नगर के बीएसएल को-ऑपरेटिव कॉलोनी प्लॉट नंबर 144 में कई तरह के फूल खिले है. तरह-तरह की सब्जियां लगी हैं. यह घर है बीएसएल के टी/ए होर्टीकल्चर विभाग के सुपरवाइजर पद से सेवानिवृत्त हो चुके 75 वर्षीय विजन महतो का. श्री महतो ने रिटायरमेंट के आद अपने बागान में जिंदगी की नयी पारी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2014 6:35 AM

बोकारो: नगर के बीएसएल को-ऑपरेटिव कॉलोनी प्लॉट नंबर 144 में कई तरह के फूल खिले है. तरह-तरह की सब्जियां लगी हैं. यह घर है बीएसएल के टी/ए होर्टीकल्चर विभाग के सुपरवाइजर पद से सेवानिवृत्त हो चुके 75 वर्षीय विजन महतो का. श्री महतो ने रिटायरमेंट के आद अपने बागान में जिंदगी की नयी पारी की शुरुआत की है. श्री महतो 31 जनवरी 2001 को ही बीएसएल से रिटायर हुए थे.

सुबह-शाम बाग में बिताते हैं समय : श्री महतो बागान में सुबह दो घंटा व शाम में दो घंटे समय देते हैं. उनकी मेहनत को खुद उनका बागान ही बयां करता है. श्री महतो का सहयोग बहू सिंधु महतो व 70 वर्षीय पत्नी सुमति देवी भी करती हैं. महतो का कहना है कि बागबानी से स्वास्थ्य अच्छा रहता है. मन प्रसन्न रहता है. एक दिन भी बागबानी नहीं किया, तो लगता है कि कुछ छूट सा गया है.

बागान में खिले हैं दर्जनों किस्म के फूल : श्री महतो के बागान में दर्जनों तरह के फूल खिले हैं. कोई एंसा रंग नहीं है, जो यहां देखने को नहीं मिलेगा. डाइथस, पिचुनिया, शालबिया, सिलोसिया, पेंजी, फलोक्स, कलेंडुला, केन, किशन थीमम, डालिया, सिलोसिया व कई तरह के गुलाब व गेंदा के फूल बागान की शोभा बढ़ा रहे हैं. फूल गोभी, बंदा गोभी, पालक, हरी मिर्च, धनिया पत्ता, चना साग आदि सब्जियां भी लगी हैं.

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