बोकारो: हरला थाना के थानेदार राजेश प्रसाद रजक के खिलाफ हरला थाना में एफआइआर दर्ज की गयी है. सेक्टर नौ डी, स्ट्रीट संख्या 35, निवासी गीता देवी की शिकायत के बाद अदालत व वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है. मामले में थानेदार के अलावा 10-12 अन्य को अभियुक्त बनाया गया है. अनुसंधान की जिम्मेवारी महिला थानेदार पुष्पलता को दी गयी है.
मालूम हो कि थानेदार पर कार्रवाई की मांग को लेकर गीता देवी पुलिस के वरीय अधिकारियों से लेकर राज्यपाल तक से गुहार लगा चुकी है. इसके बाद शिकायतवाद अदालत में दर्ज करायी गयी. वरीय अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद जब गीता देवी को न्याय नहीं मिला तो वह राज्यपाल के आवास के पास अनशन पर बैठ गयी. राज्यपाल को सूचना मिली तो उन्होंने गीता देवी को बुलाया और थानेदार के खिलाफ कोर्ट में केस करने का सलाह दी.
क्या है मामला
नि:शक्त गीता देवी बीएसएल कर्मचारी भुरामल राय के सेक्टर नौ ए, स्ट्रीट संख्या 34, आवास संख्या 276 के आउट हाउस में किराये पर पति व बच्चों के साथ रहती थी. गीता ने बताया कि शराब के नशे में धुत होकर मकान मालिक उसे गंदी नीयत से देखता था. इसके कारण उसने मकान खाली करने की बात कह मकान मालिक को एडवांस वापस करने को कहा. मकान मालिक ने इनकार कर दिया तो उसने इस बात का शिकायत थाना में की. 25 अप्रैल 2013 को मकान मालिक अपने रिश्तेदारों के साथ उसे बेइज्जत कर घर का सामान बाहर फेंकने लगा. वह दौड़ कर थाना गयी तो उसे थानेदार ने भगा दिया. कुछ देर के बाद थानेदार सादे लिबास में अन्य लोगों के साथ गीता के घर पर आये और खड़ा होकर घर का सामान बाहर फेंकवा दिया. इस दौरान अन्य अभियुक्तों ने उसके साथ मारपीट की. गीता ने कहा है कि उसने जब-जब थानेदार की शिकायत वरीय अधिकारियों से की, थानेदार का प्रताड़ना और बढ़ता गया. फोन से उसे लगातार गाली-गलौज व तेजाब फेंकने की धमकी दी जाती थी. जहां मकान लेने जाती है उस मकान मालिक को भी धमकी दी जाती थी.