हर जीव का अपना धर्म होता है : आचार्य

बोकारो: हर जीव का अपना धर्म होता है. जैविक धर्म मानवता का धर्म है व भागवत धर्म इनसान का परम पुरुष की ओर ले जाता है. यह कहना है आनंद मार्ग गुरु प्रतिनिधि आचार्य किंशुक रंजन सरकार का. आचार्य किंशुक रंजन सरकार गुरुवार को ने आनंद नगर में आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2015 6:36 AM

बोकारो: हर जीव का अपना धर्म होता है. जैविक धर्म मानवता का धर्म है व भागवत धर्म इनसान का परम पुरुष की ओर ले जाता है. यह कहना है आनंद मार्ग गुरु प्रतिनिधि आचार्य किंशुक रंजन सरकार का.

आचार्य किंशुक रंजन सरकार गुरुवार को ने आनंद नगर में आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अखंड कीर्तन में प्रवचन दे रहे थे. श्री सरकार ने कहा : धर्म तीन प्रकार का होता है. वस्तु धर्म, जैविक धर्म व भागवत धर्म. कहा : हर किसी का एक मालिक होना चाहिए, मालिक होने से कमजोर जीव भी बलवान हो जाता है.

कई राज्य के अनुयायी हुए शामिल : अखंड कीर्तन में बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड व छत्तीसगढ़ समेत कई कई राज्य के आनंद मार्गी शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत श्रीश्री आनंद मूर्ति के लिखे प्रभात संगीत के अर्थ को हिंदी, बांगला व अंगरेजी में अनुयायी को सुना कर हुआ. कार्यक्रम में देश भर से हजारों अनुयायी शामिल हुए. सभी ने आनंद मूर्ति के दिखाये रास्ते पर चलने के संकल्प को दोहराया व एक-दूसरे को नव वर्ष की बधाई दी.

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