सोहराय में झूमे कारो के आदिवासी

बेरमो फोटो जेपीजी 13-3 पूजा करते नाया. फुसरो. कारो बस्ती, बंदूक बेड़ा, ताराबेड़ा के आदिवासियों ने मंगलवार को बस्ती मैदान में सोहराय महोत्सव सह मिलन समारोह का आयोजन किया. सोहराय में काफी संख्या में आदिवासी महिला-पुरुषों ने मांदर की थाप पर नृत्य किया. समिति के अध्यक्ष सोहन लाल मांझी नेे कहा कि सोहराय आदिवासियों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 7:03 PM

बेरमो फोटो जेपीजी 13-3 पूजा करते नाया. फुसरो. कारो बस्ती, बंदूक बेड़ा, ताराबेड़ा के आदिवासियों ने मंगलवार को बस्ती मैदान में सोहराय महोत्सव सह मिलन समारोह का आयोजन किया. सोहराय में काफी संख्या में आदिवासी महिला-पुरुषों ने मांदर की थाप पर नृत्य किया. समिति के अध्यक्ष सोहन लाल मांझी नेे कहा कि सोहराय आदिवासियों का महान पर्व है. यह पर्व रीति-रिवाज, परंपरा व झारखंड की संस्कृति को दर्शाता है. बुधन टुडू ने कहा कि आदिवासी संस्कृति व परंपरा तभी सार्थक होगी, जब सरना धर्म कोड राज्य में लागू होगा. नाया बुधन टुडू ने पूजन किया. मौके पर जितेंद्र टुडू, झरिलाल हांसदा, रमेश हेंब्रम, रंजीत महतो, नित्यानंद भारती, विश्वनाथ तुरी, बालेश्वर हांसदा, अमीर लाल मांझी, वृजलाल हांसदा, भुनेश्वर गंझू, रोहन कुमार, बंटी टुडू, रामचंद्र तांती, रोशन साव आदि उपस्थित थे.

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